Steel News: SAIL BSP, RINL, Tata, JSW, बीएसएल, डीएसपी, ISP, RSP, RDCIS ने मिलकर लिया यह फैसला

  • बीएसपी द्वारा आयोजित दो दिवसीय लर्निंग फ्रॉम इच अदर कार्यशाला का समापन।
  • निजी इस्पात संयंत्रों के विशेषज्ञ प्रतिनिधियों की छह टीमों द्वारा सिंडिकेट चर्चा के साथ-साथ एक व्यापक विचार-विमर्श सत्र आयोजित किया गया।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल (SAIL)-भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) के सिंटर प्लांट विभाग (Sinter Plant Department) द्वारा मानव संसाधन विभाग (Human Resource Department) के सहयोग से आयोजित लर्निंग फ्रॉम इच अदर (Learning from each other) (लियो) कार्यशाला का समापन भिलाई निवास के बहुउद्देशीय सभागार में किया गया।

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कार्यशाला के समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) पवन कुमार उपस्थित थे। कार्यशाला का विषय रिडक्शन ऑफ सिंटर रिटर्न फाइन्स-मुद्दे और अवसर है। इस दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 05 से 06 दिसंबर, 2023 को भिलाई निवास में किया गया।

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इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (आयरन) तापस दासगुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक (एचआरडी एवं बीई)  निशा सोनी, मुख्य महाप्रबंधक (सिंटर प्लाट्स) अनुप कुमार दत्ता, मुख्य महाप्रबंधक (सिंटर प्लाट्स-आईएसपी) एके घोष, मुख्य महाप्रबंधक (सिंटर प्लाट्स-बीएसएल) बीके बेहरा तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित सिंटर प्लाट्स के कर्मचारी भी उपस्थित थे।

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इस दो दिवसीय कार्यशाला में सेल की विभिन्न इकाई बीएसएल, डीएसपी, आईएसपी, आरएसपी, आरडीसीआईएस और माइन्स के साथ-साथ निजी इस्पात संयंत्रों जेएसडब्ल्यू, आरआईएनएल, टाटा स्टील, नेको, टीएसके, टीएसएम तथा अन्य इस्पात संयंत्रों के कई प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।

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निजी इस्पात संयंत्रों की खास भूमिका

सेल की विभिन्न इकाइयों व अन्य निजी इस्पात संयंत्रों के विशेषज्ञ प्रतिनिधियों की छह टीमों द्वारा सिंडिकेट चर्चा के साथ-साथ एक व्यापक विचार-विमर्ष सत्र आयोजित किया गया। माइन्स, सिंटर प्लाट्स, ब्लास्ट फर्नेस और ओर बेनिफिसियेशन प्लाट्स में विभिन्न प्रक्रियाओं को शामिल करने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।

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कार्यशाला के उद्देश्य को प्राप्त करने के साथ-साथ सिंटर प्लाट्स को और अधिक सस्टेनेबल और दक्ष बनाने की दिशा में अभिनव पहल पर विचार किया गया। इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों द्वारा विभिन्न इस्पात संयंत्रों से आए प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया।

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ईडी पीएंडए पवन कुमार ने कहा…

प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) पवन कुमार ने कहा कि इस दो दिवसीय कार्यशाला में प्राप्त ज्ञान और अनुभव, सभी भाग लेने वाले संगठनों को निश्चित रूप से सिंटर रिटर्न फाइन्स में महत्वपूर्ण कमी लाने व बेहतर सिंटर का उत्पादन करने में सहायक होगा।
साथ ही भारतीय इस्पात उद्योग के बेहतर भविष्य के निर्माण में मदद मिलेगी। श्री कुमार ने कहा मुझे उम्मीद है कि आप सभी भिलाई इस्पात संयंत्र, भिलाई शहर और छत्तीसगढ़ से एक सुखद स्मृति लेकर जाएंगे।

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इन अधिकारियों ने की तारीफ

मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (आयरन) तापस दासगुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक (एचआरडी एवं बीई) निशा सोनी, मुख्य महाप्रबंधक (सिंटर प्लाट्स-आईएसपी) एके घोष, मुख्य महाप्रबंधक (सिंटर प्लाट्स-बीएसएल) श्री बी के बेहरा ने भी सभा को संबोधित किया और इस पहल की सराहना करते हुए दो दिवसीय कार्यशाला के बारे में अपने अनुभव और सुझाव साझा किए।

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सीजीएम ने अपने अनुभव किए साझा

मुख्य महाप्रबंधक (सिंटर प्लाट्स) अनुप कुमार दत्ता ने अपने संबोधन में कार्यशाला से जुड़े अपने अनुभव के बारे में जानकारी प्रदान की तथा लियो कार्यशाला की योजना और आयोजन में उनका समर्थन करने के लिए सिंटर प्लांट बिरादरी को धन्यवाद दिया।

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कार्यशाला में उपस्थित संबंधित इस्पात संयंत्रों के प्रतिनिधियों ने भी अपने अनुभव साझा किए और कार्यशाला की सराहना की। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रबंधक (कार्मिक) सुष्मिता पाटला  द्वारा किया गया।

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