EPS 95 हायर पेंशन पर वायरल मैसेज ने मचाया हड़कंप, पढ़िए डिटेल

सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। ईपीएस 95 हायर पेंशन (EPS 95 Higher Pension) को लेकर ताज़ा खबर आ रही है। ईपीएफओ (EPFO) से यह खबर जुड़ी है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल रहा है, जिस पर ध्यान देने की बात कही जा रही है।

सोशल मीडिया में एक दो दिनों से पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें लिखा है कि Dear pensioner/member, your application for Pension on Higher Wages has been returned to your employers for providing additional documents/rectification of discrepancies, please contact your employer.

Vansh Bahadur

उक्त संदेश में कौन किसे निर्देश दे रहा है। इसकी भी कोई स्पष्ट जानकारी भी नहीं दी जा रही है। हो सकता है कि किसी को email से या अन्य संचार माध्यमों से निर्देश प्राप्त हुआ हो।

Rajat Dikshit

यदि ऐसा हुआ भी है तो ये चिंता का विषय है,जिसको सभी को संज्ञान में लेना जरूरी है। और व्यक्तिगत रूप से क्या किया जा सकता है। इस पर भी सोचना होगा।

Janta Mazdoor Sangh Bokaro

joint option online जमा

एक पेंशनर्स ने लिखा-जहां तक मेरा मानना है कि Retirees ने EPFO के prescribed फॉर्मेट में joint option online जमा किया था। इम्प्लायर ने उसे validate भी किया। अब retired employee को क्या पता कि क्या discrepancies है। rectification तो employer को रिकॉर्ड देख कर करना होगा।

Retired employees का तो कोई रोल नजर नहीं आता। असल बात ये है कि EPFO वाले FCI द्वारा अभी तक जितनी भी दलीलें नियम 11(3) एवं 26(6) के संबंध में दी गई है,उससे EPFO संतुष्ट दिखाई नहीं देता है।

और संदेह है कि FCI के pre 2014 retirees को सुप्रीम कोर्ट के आदेश दिनांक 4/11/2022 के लाभ के लिए सेवनिवृत्त को अभी और भी जद्दोजहद करनी पड़ेगी। वैसे भी रोज ही एक-एक करके ऐसे दावेदारों की संख्या तीव्र गति से कम होती जा रहीं है और इनकी सुध लेने वाले सेवनिवृत्त के संगठन भी सुस्त और ठंडे पड़ चुके हैं।

उत्साहवर्धक समाचार भी मिलता है

कहीं-कहीं से उत्साहवर्धक समाचार भी मिलता है कि खास कर FCI के retirees के मामले को लेकर कि किसी-किसी संगठनों ने दिल्ली और मद्रास के उच्च न्यायालयों से न्याय की गुहार लगा रखी है। पर, इसकी भी पूरी जानकारी पेंशनरों को इन याचिकर्ताओं द्वारा प्रदान नहीं की जाती, जिससे भटकाव की स्थिति बनी हुई है।

ऐसे में ऐसा संदेश सोशल मीडिया में आये कि सभी को अपने एम्प्लायर से संपर्क करने की सलाह हो…तो उम्रदराज सेवनिवृत्त कार्मिकों के लिए ये परेशानी का सबब ही होगा…।