देश के एकमात्र लेफ्टिनेंट कर्नल ने आर्मी और SAIL में की एक साथ नौकरी, BSL जमा नहीं कर रहा EPS 95 पेंशन का अंशदान

  • भद्रावति से 22 मार्च 2023 को बोकारो भेज दिया गया। अचानक से ट्रांसफर किए जाने को लेकर कोर्ट गए।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। ईपीएस 95 (EPS 95) अंशदान को लेकर अक्सर शिकायतें सामने आती हैं। प्राइवेट कंपनियों में लूट मची रहती है। लेकिन, देश की महारत्न कंपनी पर भी सवाल उठ गया है। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) के बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant)  के डीजीएम सिक्योरिटी का ही मासिक अंशदान ईपीएफओ के पास जमा नहीं हो रहा है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में अंशदान जमा न होने से अधिकारी को भारी नुकसान हो रहा है।

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डीजीएम सिक्योरिटी राजेंद्र सिंह शेखावत ने खुद सूचनाजी.कॉम को जानकारी दी कि उनका अंशदान जमा नहीं किया जा रहा है। 01.08.2023 को बीएसएल में शामिल होने के बाद से बीएसएल एचआर ओडी द्वारा ईपीएफ रांची कार्यालय में ईपीएस 95 मासिक योगदान जमा नहीं किया गया। सेना से रिटायर होने के बाद सेल बीएसएल की सेवा से जुड़े आरएस शेखावत कहते हैं कि कर्नल को परेशान करने और लगातार मानसिक नुकसान, यातना के साथ वित्तीय नुकसान उठाने के छोड़ दिया गया है। कई बार उचित फोरम पर आवाज उठाई, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।

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डीजीएम सिक्योरिटी राजेंद्र सिंह शेखावत की जुबानी…

आरएस शेखावत ने सूचनाजी.कॉम से बातचीत के दौरान बताया कि उनके साथ न्याय नहीं हो रहा है। मैं भारतीय सेना से रिटायर हुआ हूं। लगता है मुझे पाकिस्तानी सेना का समझा जाता है। आर्मी एक्ट में लिखा है कि एक साथ दो जगह नौकरी कर सकते हैं। सेल ने 18 बार एनओसी दिया। डीपीई की गाइडलाइन में भी है कि आर्मी की ड्यूटी से आने वाले को मौका मिलेगा। एकमात्र लेफ्टिनेंट कर्नल मैं ही हूं, जिसने सेल और आर्मी में एक साथ नौकरी की। लेकिन, सेल बीएसएल प्रबंधन आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाने में लगा हुआ है।

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सेल ने 18 बार एनओसी दिया

राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले राजेंद्र सिंह शेखावत बताते हैं कि सेल ने 18 बार एनओसी दिया है। लेफ्टिनेंट कर्नल पद से रिटायर हुआ हूं। रक्षा मंत्रालय से इस्पात मंत्रालय तक पत्र दौड़ रहा है। अरुणाचल प्रदेश में आर्मी में तैनात थे।

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सेल भद्रावति स्टील प्लांट से बोकारो ट्रांसफर

31 मार्च 2023 को आर्मी से रिटायर होने से पहले साल 2008 में सेल के भद्रावति स्टील प्लांट में बतौर सिक्योरिटी ऑफिसर कार्य करना शुरू कर दिया था। भद्रावति स्टील प्लांट में सीआइएसएफ नहीं है।

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भद्रावति के बाद मैं आर्मी में सेवा देता रहा। भद्रावति से 22 मार्च 2023 को बोकारो भेज दिया गया। अचानक से ट्रांसफर किए जाने को लेकर कोर्ट गए। भद्रावति वापस जाना है। कानूनी लड़ाई चल रही है। इस बीच बीएसएल प्रबंधन ईपीएस 95 के लिए अंशदान ही जमा नहीं कर रहा है।

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