- करीब 13 हजार नियमित कार्मिक और 15 हजार ठेका मजदूर बीएसपी में।
अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) के भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के जनरल शिफ्ट (General Shift) का समय बदलने की बात शुरू हो गई है। बायोमेट्रिक की वजह से गेटों पर लगने वाले जाम, हादसे का डर आदि से निजात पाने के लिए जनरल शिफ्ट का समय बदलने की बात सामने आ रही है।
वर्क्स और नॉन वर्क्स एरिया के कर्मचारियों-अधिकारियों को अलग-अलग समय पर ड्यूटी बुलाने की बात उठ चुकी है। उच्च प्रबंधन इस पर माथापच्ची भी कर चुका है। इस्पात भवन, एचआरडी, टीए बिल्डिंग या प्लांट स्थित कार्यालयों के कर्मचारियों-अधिकारियों को सुबह सुबह 9 से शाम साढ़े 5 बजे तक बुलाने का सुझाव आया।
जबकि उत्पादन से जुड़े कार्मिकों को सुबह 8 बजे से शाम 4.30 बजे तक ड्यूटी पर बुलाने की बात कही गई। यहां तक दावा किया गया कि रूसी अधिकारियों ने यही समय तय किया था, जिस पर अब अमल करने की जरूरत है।
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इस तमाम दावों की सच्चाई जानने के लिए सूचनाजी.कॉम ने भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के टॉप अधिकारियों में शामिल एक अधिकारी से बातचीत की। सवाल को सुनने के बाद अधिकारी ने स्वीकार किया कि सुबह 8 से शाम 4.30 बजे तक वर्क्स एरिया के कर्मचारियों और अधिकारियों को बुलाने पर मंथन किया गया था। लेकिन, इस पर सहमति नहीं बन सकी।
अब पूरा फोकस ट्रैफिक सिस्टम को सुधारने पर है। अतिरिक्त गेट खोलने, सिग्नल व्यवस्था, वन-वे आदि पर काम किया जा रहा है। चौराहों की चौड़ाई कम करने, डिस्पले और मैनपॉवर बढ़ाकर व्यवस्था सुधारने पर जोर है। फिलहाल, जनरल शिफ्ट को बदलने का कोई प्लान नहीं है।
बता दें कि भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में वर्तमान में करीब 13100 नियमित कार्मिक हैं। करीब साढ़े 10 हजार हर दिन अटेंडेंस लग रही है। वीकली आफ, छुट्टी, मेडिकल आदि वजह से शेष की अटेंडेंस नहीं लग रही है। मेडिकल में 616 कार्मिक हैं। पर्सनल में 500, इस्पात भवन में करीब 700, टाउनशिप में 200 कार्मिक बताए जा रहे हैं। इनके अलावा करीब 15 हजार ठेका मजदूर हैं।
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