केंद्र सरकार पर आरोप है कि अनदेखा करके पेंशनर्स को बेरहमी से गरीब बना दिया।
सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन 1000 रुपए को बढ़ाकर 7500 रुपए नहीं करने का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। सात राज्यों में हुए उप चुनाव में भाजपा को मिली करारी हार का श्रेय भी पेंशनभोगियों ने ले लिया है। सोशल मीडिया पर पेंशनर्स गौतम चक्रवर्ती ने भड़ास निकाली और पीएम मोदी तक को चेतावनी दे दी है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन-ईपीएफओ के साथ ही बीजेपी-पीएम मोदी पर पेंशनर्स ने मन की बात लिखी है।
पेंशनभोगियों के सोशल मीडिया मंच पर गौतम चक्रवर्ती ने लिखा-उपचुनावों में से एनडीए का स्कोर केवल दो है। यह गठबंधन टूट रहा है। भाजपा ने बुजुर्ग राष्ट्र निर्माताओं को कम आंका और न्यूनतम मासिक ईपीएस 95 पेंशन को बढ़ाकर 7500 रुपये+डीए+मेडिकल केयर करने की उनकी उचित मांगों को अनदेखा करके उन्हें बेरहमी से गरीब बना दिया।
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अग्निवीर योजना, NEET घोटाला एनडीए राज के दौरान बिना किसी रोक-टोक के चलता रहा। राष्ट्र के युवा बुरी तरह प्रभावित हुए। इस प्रक्रिया में, प्रधानमंत्री साहब ने अनजाने में आबादी के दो प्रमुख वर्गों-युवा और वृद्धों को नाराज कर दिया।
सभी प्रकार के चुनाव उनके लिए एक शुद्धिकरण का रास्ता बनेंगे। मोदी जी, यह आपके लिए कितना बड़ा झटका है – अयोध्या के बाद बद्रीनाथ…! कर्म तेजी से अपना असर दिखा रहा है।
अभी भी समय है, सर, अपनी खोई हुई लोकप्रियता वापस पाने के लिए। बजट भाषण के माध्यम से हमारे पक्ष में घोषणा होनी चाहिए। अन्यथा, अपने साम्राज्य को अपनी निगरानी में बिखरते हुए देखें।
महाराष्ट्र अनिवार्य रूप से आपके नियंत्रण से निकल जाएगा और उसके बाद के उपचुनाव भी। क्या आप नागपुर और भाजपा हाईकमान का सामना कर पाएंगे, जब आपको बहुत निकट भविष्य में विपक्ष की बेंच पर बैठा दिया जाएगा? कृपया विचार करें। जल्द ही…।