ब्लास्ट फर्नेस जल्द ही बस्तर की औद्योगीकरण और प्रगति का प्रतीक बनेगी।
सूचनाजी न्यूज,नगरनार। National Mineral Development Corporation (राष्ट्रीय खनिज विकास निगम) के नगरनार स्टील प्लांट ने छत्तीसगढ़ का मान बढ़ा दिया है। मदर ऑफ प्लांट यानी ब्लास्ट फर्नेस का नामकरण कर दिया गया है। ब्लास्ट फर्नेस को बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी के नाम से अब पुकारा जाएगा। दंतेश्वरी मंदिर का काफी महत्व है। इसलिए ब्लास्ट फर्नेस का नाम दंतेश्वरी के नाम पर रखा गया है।
नामकरण समारोह आयोजित किया गया। एनएमडीसी के निदेशक उत्पादन, (अतिरिक्त प्रभार निदेशक तकनीकी) डीके मोहंती ने छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े ब्लास्ट फर्नेस का विधिवत नामकरण करने के लिए स्टील प्लांट में आयोजित पूजा में भाग लिया, जिसमें प्लांट के उच्च अधिकारी भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर निदेशक उत्पादन डीके मोहंती ने कहा, “मां दंतेश्वरी के सम्मान एवं स्थानीय हित धारकों की मनोकामना का आदर करते हुए हमने इस शानदार ब्लास्ट फर्नेस का नाम ‘दंतेश्वरी’ रखने का फैसला किया है। यह ब्लास्ट फर्नेस जल्द ही बस्तर की औद्योगीकरण और प्रगति का प्रतीक बनेगी। बस्तर की ब्लास्ट फर्नेस को जल्द कार्यरत करने के लिए हमारी समर्पित टीम जी-जान से जुटी हुई है और हमें आशा है कि हम जल्द ही इसकी कमीशनिंग करवाने की स्थिति में होंगे।”
ये खबर भी पढ़ें: Rourkela Steel Plant: आग और गैस के बीच से घायलों को निकाल लाए…!
बता दें कि नगरनार स्टील प्लांट के कमीशनिंग की श्रृंखला साल 2022 में 27-28 अक्टूबर को शुरू हुई थी, जब नगरनार स्टील प्लांट के कोक ओवन बैटरी नंबर 1 को सफलतापूर्वक चालू किया गया था। बैटरी नंबर 1 से कोकिंग कोक का उत्पादन शुरू हो गया है, जो वर्तमान में व्यावसायिक रूप से बेची जा रही, क्योंकि ब्लास्ट फर्नेस चालू होने तक कोकिंग कोक का आंतरिक रूप से उपयोग नहीं किया जा सकता है।
नगरनार स्टील प्लांट की ब्लास्ट फर्नेस ‘दंतेश्वरी’ अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी ब्लास्ट फर्नेस है जिसका आयतन 4506 मीटर क्यूब है और क्षमता प्रतिदिन 9900 टन गर्म धातु उत्पादन करने की है।
इसे नीदरलैंड्स के डेनियली कोरस और टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के कंसोर्टियम ने 2000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया है। ब्लास्ट फर्नेस की उत्पादित हॉट मेटल की आपूर्ति एसएमएस याने स्टील मेल्टिंग शॉप को की जाएगी जहाँ से आगे उसे हॉट रोल्ड कोइल एवं प्लेट बनाने के लिए रोलिंग मिल्स भेजा जाएगा।