सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल राउरकेला इस्पात संयंत्र के स्टील मेल्टिंग शॉप-2 (एस.एम.एस.-2) में कास्टर-4 की स्थापना का परियोजना कार्य जोरों पर चल रहा है। परियोजना का शिलान्यास आर.एस.पी. के निदेशक प्रभारी अतनु भौमिक द्वारा 21 जून 2022 को किया गया था। गौरतलब है कि एसएमएस-2 के स्लैब कास्टर-1 के पास लगभग 792 करोड़ रुपये की लागत से एक आधुनिक, तकनीकी रूप से उन्नत, ऊर्जा कुशल और पर्यावरण अनुकूल स्लैब कास्टर और लैडल फर्नेस का निर्माण किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि, नई सुविधाएं ढलाई के लिए स्टील के कास्टरों और ग्रेड की उपलब्धता के मामले में एस.एम.एस-II के परिचालन फ्लेक्सिबिलिटी में सुधार करेगा और मौजूदा उत्पादन की कमी एवं भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करेगा। इसके अलावा यह ए.पी.आई. (तेल और गैस पाइप), बॉयलर गुणवत्ता (बॉयलर प्लेट), सेल बनाने वाली (ऑटो घटक), डब्ल्यू.टी.सी.आर, एच.टी. (एच.एस.एल.ए), सेल एम.सी. (चेन, क्लच प्लेट), एल.पी.जी. (एल.पी.जी. सिलेंडर), कॉपर बेयरिंग स्टील, सेलकोर, सी.आर.एन.ओ. (इलेक्ट्रिकल स्टील) आदि जैसे वाणिज्यिक और मूल्य वर्धित स्टील ग्रेड का उत्पादन करने में सक्षम होगा।
संयंत्र के मेन रोड से एस.एम.एस-2 तक जाने वाले रोड के निर्माण के लिए और टंडिश ट्रैक विस्तारण के निर्माण को समायोजित करने के लिए कुछ पुरानी सुविधाओं को नष्ट कर दिया गया है।
जिन कार्यों को पूरा किया गया है और विभाग को सौंप दिया गया है, उनमें नए पी.सी. रूम का स्थानांतरण, तीन वर्टिकल लैडल स्टैंड, मेकानिकल और इलेक्ट्रिकल स्टोर बिल्डिंग का स्थानांतरण, दो वर्टिकल कूलर का पुन:स्थापन, 4 लैडल रिलाइनिंग पिटों का संचालन और दो टंडिश स्टैंड का स्थानांतरण शामिल हैं। टंडिश रिलाइनिंग की सेवा की सुविधा के लिए जिब क्रेन को के.एल. बे में पुन:स्थापित कर दिया गया है।
इसी प्रकार मुख्य सड़क से एस.एम.एस-2 तक वर्तमान विद्युत भण्डार के समीप अप्रोच रोड का सिविल कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वर्तमान चल रहे निर्माण कार्यों में इमरजेंसी ओवर हेड वाटर टैंक, कार्यालय भवन, विस्तारित मेन शेड बिल्डिंग, थोक तेल भंडारण, इलेक्ट्रिकल बिल्डिंग, बूस्टर पंप हाउस टंडिश रिलाइनिंग स्टैंड, टंडिश ट्रैक विस्तारण, टंडिश टिल्टर और एफ.ई.एस. स्टैक फाउंडेशन स्केल पिट आदि शामिल हैं।
मुख्य महा प्रबंधक (एस.एम.एस-II) और परियोजना मालिक टीपी. शिवशंकर, महाप्रबंधक (परियोजनाएं) और परियोजन प्रबन्धक डी. प्रसाद, महाप्रबंधक (एस.एम.एस-II) और प्रोजेक्ट की ड्राइवर एस.के.नायक की टीम द्वारा कार्य की निगरानी की जा रही है।
कंसोर्टियम जिसमें मेसर्स एस.एम.एस. इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली (लीडर) और मेसर्स एस.एम.एस. ग्रुप जी.एम.बी.एच, जर्मनी (सदस्य) परियोजना की निष्पादन एजेंसियां हैं, जबकि सेंटर फॉर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सी.ई.टी), रांची सलाहकार है।