- 16 जून 2025 को शुरू हुई स्कीम में 1017 कर्मचारियों ने वीआरएस का विकल्प चुना है।
- 31 मार्च 2025 तक वीआरएस-I में 1123 कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्रदान की गई।
सूचनाजी न्यूज़, विशाखापट्टनम। सरकारी स्टील प्लांट के हालात को इतने खराब कर दिए गए हैं कि कर्मचारियों और अधिकारियों को नौकरी छोड़नी पड़ रही है। वीआर लेने को विवश हो गए हैं। प्लांट को बचाने के लिए बुनियादी काम न करने और सरकार की नीतियों को इसके लिए कार्मिक जिम्मेदार मान रहे हैं।
राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (Rashtriya Ispat Nigam) का मुद्दा राज्यसभा में उठा। सांसद गोला बाबूराव ने राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) यानी विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र को लेकर सवाल पूछे। स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) की घोषणा और अब तक कितनों ने वीआरएस लिया, इसकी जानकारी मांगी।
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क्या राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) ने अपने कर्मचारियों और कामगारों के लिए दूसरी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) की घोषणा की है। इस्पात मंत्रालय के अधीन एक नवरत्न सार्वजनिक उपक्रम विशाखापत्तनम स्टील प्लांट को विजाग स्टील प्लांट भी कहा जाता है।
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इस्पात राज्य मंत्री भूपतिराजू श्रीनिवास वर्मा ने उत्तर दिया कि राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) ने पात्र एवं इच्छुक कर्मचारियों के लिए 14 जून 2025 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का प्रस्ताव दिया था। यह योजना 16 जून 2025 को शुरू हुई थी और आवेदन वापस लेने की अंतिम तिथि 18 जुलाई 2025 थी। 1017 कर्मचारियों ने वीआरएस का विकल्प चुना है।
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इसी तरह आरआईएनएल में वीआरएस-II के लाभ 20 जुलाई 2018 के डीपीई दिशानिर्देशों के अनुसार हैं और वीआरएस-II के लाभ वही हैं, जो वीआरएस-। में दिए गए थे। वहीं, 31 मार्च 2025 तक वीआरएस-I के अंतर्गत 1123 कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्रदान की गई।
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