- दुर्ग-भिलाई में भी बारावफात की तैयारियां की गई है। मस्जिदों, खानकाह, दरगाह, मदरसों को सजाया गया।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। पैगम्बर-ए-इस्लाम हज़रत मोहम्मद सल्ल. की पैदाइश का जश्न दुनिया भर में मनाया जा रहा है। जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी 5 सितंबर को है। इस बार पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की 1500वीं यौमे पैदाइश मनाई जा रही है।
नबी के चाहने वाले अपनी अकीदत पेश कर रहे हैं। कहीं कुरआन की आयतें पढ़ी जा रही हैं। कहीं नबी के शान में नात-ए-पाक पेश किए जा रहे। जगह-जगह इस्लाही जलसों का दौर है। नातिया कलाम पेश करने के लिए अंजुमनों का कारवां निकल पड़ा है।
दुर्ग-भिलाई में भी बारावफात की तैयारियां की गई है। मस्जिदों, खानकाह, दरगाह, मदरसों को सजाया गया। दुर्ग में पिछले एक सप्ताह से सजावट लोगों को अपनी ओर खींच रही है। भिलाई के सेक्टर 6 जामा मस्जिद की शानदार सजावट आकर्षण का केंद्र है। हर कोई यहां सेल्फी लेने के लिए रुक रहा। कोई वीडियो बना रहा।
सेक्टर 6 जामा मस्जिद के इमाम मौलाना अंजुम हैदर के मुताबिक जुमा को बाद नमाज़ फज्र परचम कुशाई होगी। इसी के साथ शहर के तमाम इलाकों में जश्न का आगाज हो जाएगा। जुमे की नमाज के बाद सेक्टर 6 जामा मस्जिद से जुलूस-ए-मुहम्मदी निकाला जाएगा, जो गौसिया मस्जिद से शुरु होने वाले जुलूस में शामिल हो जाएगा।
यह जुलूस कैंप एरिया होते पॉवर हाउस, सेंट्रल एवेन्यू, सेक्टर 6 के रास्ते ईदगाह मैदान में पहुंचेगा। यहां मगरिब की नमाज के बाद जलसा शुरू होगा। जुलस की कयादत और जलसे को भागलपुर के माैलाना सय्यद अहरार आलम शहबाजी खिताब करेंगे। गुरुवार रात में सेक्टर 6 रूई मार्केट में इस्लाही जलसे का आयोजन किया गया। मुकामी शायरों ने नातिया कलाम पेश किया। नबी की सुन्नती और कौम-मुल्क के लिए दी गई हिदायतों पर उलेमा ने तकरीर किया।