- मालगाड़ी की चपेट में आने से नियमित कर्मचारी की मौत के बाद शव को एसआरयू के गेट पर रखकर हंगामा किया गया।
सूचनाजी न्यूज, रामगढ़। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के एसआरयू से बड़ी खबर है। मालगाड़ी की चपेट में आने से नियमित कर्मचारी की मौत के बाद शव को एसआरयू के गेट पर रखकर हंगामा किया गया। जीएम कार्यालय में तोड़फोड़ की गई।
अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर काफी हिंसक बवाल हुआ। करीब 24 घंटे तक गांव वाले धरना-प्रदर्शन करते रहे। सेल प्रबंधन ने बोकारो से एक टीम रामगढ़ के लिए रवाना किया। कांफ्रेंस हाल में बातचीत चल रही थी। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि तत्काल ऑफर लेटर दिया जाए, जबकि अधिकारियों ने कहा-जांच व पोस्टमार्टम रिपोर्ट आदि के आधार पर ही अनुकंपा नियुक्ति का प्रावधान है। सेल एसआरयू ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दिया है। 15 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट आएगी।
इसलिए अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी कराई जाए। बातचीत के दौरान ही कुछ लोगों ने माहौल को भड़का दिया, जिससे आक्रोशित महिलाओं ने लाठी-डंडा लेकर जीएम कार्यालय पर हमला बोल दिया। महाप्रबंधक स्तर के अधिकारी को अपनी जान बचाने के लिए वहां टॉयलेट में घुसना पड़ा।
टायलेट के गेट पर बाहर एक पुलिस कर्मी ने मोर्चा संभाला। भीड़ को काबू में रखा। इस बीच तोड़फोड की गई। कम्प्यूटर, टेबल, आलमारी आदि को नुकसान पहुंचाया गया। किसी तरह भीड़ को वहां से बाहर निकाला गया। पुलिस बल भी पहुंचा। कई थाने की फोर्स पहुंचने के बाद स्थिति नियंत्रित हो सकी। रात करीब 11 बजे शव हटाया जा सका। स्थिति तनावपूर्ण किंतु नियंत्रण में बताई जा रही है।
बता दें कि एसआरयू रामगढ़ के नियमित कर्मचारी बलदेव बेदिया रविवार भोर में करीब सवा 4 बजे रेलवे ट्रैक से होते हुए कहीं जा रहे थे। बताया जा रहा है कि आवंटित आवास में वह नहीं जा रहे थे। कहीं और जा रहे थे। मालगाड़ी की चपेट में आने से जान चली गई। इससे आक्रोशित परिजनों व गांव वालों ने एसआरयू का गेट जाम कर दिया।
विधायक निर्मल महतो, सांसद प्रतिनिधि आदि भी पहुंच गए। कांफ्रेंस रूम में अनुकंपा नियुक्ति आदि को लेकर बातचीत हो रही थी। विधायक आदि के जाने के बाद स्थिति बेकाबू हो गई। जीएम प्रवीण गुप्ता पर हमला करने के लिए भीड़ दौड़ पड़ी। आक्रोशित भीड़ की चपेट में आने से 4 अधिकारी बाल-बाल बच गए। जिला प्रशासन की तरफ एसडीओ और एसडीपीओ मौजूद रहे। इन्हीं की निगरानी में मामला हल हुआ।













