- सेल प्रबंधन बोनस बैठक कर 32500 दे बोनस।
- भिलाई इस्पात संयंत्र में इंसेंटिव स्कीम 30 वर्ष पुरानी है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील एम्पलाइज यूनियन इंटक के कार्यकारिणी की बैठक हुई। सेल प्रबंधन द्वारा मनमाने तरीके से 29500 बोनस कर्मचारियों के खाते में डालने पर आक्रोश व्यक्त किया गया। पदाधिकारियों ने मांग किया कि सेल प्रबंधन जल्द बोनस बैठक कर एग्रीमेंट करते हुए सेल में एक स्वस्थ परंपरा कायम करे। बैठक में भिलाई इस्पात में इंसेंटिव स्कीम रिवाइज करने व अस्पताल के रिटायर पैरामेडिकल स्टाफ को भी रिटायर्ड डॉक्टर की भांति स्वास्थ्य केंद्र में रखने की मांग की गई।
सेल प्रबंधन को कोल इंडिया प्रबंधन से सीख लेना चाहिए
बैठक में महासचिव वंश बहादुर सिंह ने सेल प्रबंधन द्वारा मनमाने तरीके से कर्मचारियों के खाते में 29500 डाले जाने को सेल प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों का अपमान किया जाना बताया। उन्होंने कहा कि यदि पहले दिन की बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई तो सेल प्रबंधन को पुनःबैठक रखनी चाहिए थी।
प्रबंधन की मंशा यदि कर्मचारियों को सम्मान देने एवं उनसे बेहतर तालमेल स्थापित रखने की होती तो वह जरूर फिर से बोनस वार्ता करते। सेल प्रबंधन को कोल इंडिया प्रबंधन से सीख लेनी चाहिए। जहां कोल इंडिया प्रबंधन ने नवरात्रि से पहले बोनस तय करने के लिए खुद ही हाईकोर्ट में गुहार लगाया एवं पांच ट्रेड यूनियनो के साथ बैठक कर बेहतर बोनस समझौता किया। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द सेल प्रबंधन यूनियन नेताओं के साथ बैठक कर बोनस एग्रीमेंट साइन करते हुए 32500 बोनस दे।
रिवाइज करें इंसेंटिव स्कीम
बैठक में सचिव ताम्रध्वज सिन्हा ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र में इंसेंटिव स्कीम 30 वर्ष पुरानी है। इंटक यूनियन ने इससे पहले भी कई बार इंसेंटिव स्कीम रिवाइज करने की मांग की है लेकिन प्रबंधन इस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। जल्द से जल्द इंसेंटिव स्कीम का रिवीजन किया जाए, ताकि कर्मचारियों का पे -पॉकेट बढ़े एवं सेल प्रबंधन के प्रति कर्मचारीओं में उपज रहे आक्रोश में कमी आए।
रिटायर डॉक्टर को लिया जा रहा है तो पैरामेडिकल स्टाफ को क्यों नहीं
उप महासचिव अनिमेष पसीने ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र में रिटायर हो चुके डॉक्टर को बहुत अच्छे मानदेय के साथ अस्पताल में रखा जा रहा है। लेकिन पैरामेडिकल स्टाफ को नहीं लिया जा रहा है। पिछले वर्ष तक सीएसआर के तहत संचालित स्वास्थ्य केन्द्रों में बीएसपी से रिटायर फार्मासिस्ट एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ को लिया गया। लेकिन इस बार प्रबंधन एचएलएल के माध्यम से पैरामेडिकल स्टाफ रख रहा है।
इस भेदभावपूर्ण व्यवहार से सेक्टर 9 हॉस्पिटल के पैरामेडिकल स्टाफ में आक्रोश है। उन्होंने पूर्व की भांति बीएसपी से रिटायर पैरामेडिकल स्टाफ को सी एस आर के तहत संचालित स्वास्थ्य केदो में रखने की मांग की।
बैठक में यूनियन के ये पदाधिकारी रहे मौजूद
बैठक में महासचिव वंश बहादुर सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष पूरन वर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष एस रवि, उपाध्यक्ष अजय कुमार मार्टिन, गिरिराज देशमुख, सच्चिदानंद पांडे, उप महासचिव धनेश प्रसाद, रमाशंकर सिंह, शिव शंकर सिंह, अनिमेष पसीने, वरिष्ठ सचिव रेशम राठौर ज्ञानेंद्र पांडे, राजकुमार, के रमन मूर्ति, सचिव ताम्रध्वज सिन्हा, डी शंकर, राजकुमार नायर, गणेश कुमार, सोनी विंसेंट परेरा, विजय विश्वकर्मा, जय किशोर, गोविंद राठौर, एन चंद्र नायक, डीपी साहू, अनिल कुमार पारखे, बिन्नी पाल, सुरेंद्र प्रसाद, बाल सिंह, अर्जुन कुमार, रवि शंकर प्रसाद आदि उपस्थित थे।