- आगामी कार्यकाल के लिए 23 सदस्यों का जोनल समिति का प्रस्ताव पेश कर उपस्थित प्रतिनिधियों को विचार करने के लिए समय दिया गया।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सीटू के मिल जोन का त्रय वार्षिक सामान्य सम्मेलन संपन्न हुआ सम्मेलन की अध्यक्षता अशोक खातरकर, केवेंद्र सुंदर और सुदामा महिलांगे ने की। सम्मेलन की शुरुआत में दिवंगत साथियों को याद करते हुए 2 मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी गई। तत्पश्चात मिल जोन के सचिन जे के वर्मा ने 3 वर्ष का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया,जिस पर कर्मचारियों ने चर्चा की एवं सर्वसम्मति से रिपोर्ट को पारित किया गया। सम्मेलन में विशेष रूप से यूनियन के अध्यक्ष विजय कुमार जांगड़े, महासचिव जगन्नाथ प्रसाद त्रिवेदी एवं सहायक महासचिव एसएसके पाणिकर उपस्थित थे।
23 सदस्य चुने गए जोनल समिति में
सम्मेलन में आगामी कार्यकाल के लिए 23 सदस्यों का जोनल समिति का प्रस्ताव पेश कर उपस्थित प्रतिनिधियों को विचार करने के लिए समय दिया गया। प्रस्ताव पर प्रतिनिधियों की राय पूछी गई प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से सभी साथियों को जोनल समिति हेतु चुन लिया।
जोनल समिति के संयोजक पद हेतु के के देशमुख एवं उपसंयोजक पद हेतु सुदामा महिलांगे का प्रस्ताव रखा गया। सभी साथियों ने ध्वनि मत से उक्त दोनों साथियों को चुन लिया। चुने गए जोनल समिति में के के देशमुख, के एल रावटे, विनोद कुमार, गोपाल सिंह राजपूत, राजेश कुमार शर्मा, एन एस राव, आनंद राव, पुरुषोत्तम कश्यप, रमेश दास खड़गा, अजय टोप्पो, प्रदीप भंडारकर, अरुण बेरा, सुदामा महिलांगे, नारायण प्रसाद कुर्रे, ललित कुमार यादव, दीपक कुमार, सुरेश कुमार पिल्ले, डी आर साहू, देबजीत गायन, विजय कुमार शर्मा, के बी रोशन, भागचंद, संजय साहू है।
मिल जोन के नेतृत्वकारी सेवानिवृत्ति कर्मचारियों का सम्मान
मिल जोन के विभिन्न विभागों में कार्य कर सेवानिवृत हुए सीटू के नेतृत्वकारी साथियों का सम्मान किया गया,जिनमें रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल से मनोहर तिवारी, जीएसएस प्रसाद राव, प्लेट मिल से नूर मोहम्मद, ब्लूमिंग एवं बिलेट मिल के धनराज ईलमकार, मर्चेंट और वायर रोड़ मिल से सत्य रंजन साहू एवं आनंद रामटेक शामिल थे।
सदस्यता बढ़ाने का लिया गया लक्ष्य
सम्मेलन ने मिल जोन में सदस्यता बढ़ाने, कैंटीन की व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने, सुरक्षित कार्य पद्धति अपनाने के लिए हर संभव गतिविधियों को चलाने, मिल जोन में होने वाली हर घटना दुर्घटना में हस्तक्षेप करने, सभी मिलों के सुचारू संचालन हेतु आवश्यक मैनपॉवर के लिए संघर्ष करने, विभिन्न मिलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए आवश्यकता अनुसार भागीदारी करने आदि लक्ष्य लिया गया। सम्मेलन के अंत में अशोक खातरकर ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
संयंत्र में फिनिश प्रोडक्ट बनता है मिल जोन
पिछले तीन वर्षों में सीटू ने मिल जोन मे कई कार्य किया और इनमें सिर्फ कर्मचारियों की हित की बात ही नहीं बल्कि मिलों को मजबूती से चलाने के लिए भी अपनी भूमिका अदा की है। लगभग 60 वर्ष पुराने रेल मिल नें पृथ्वी को 17 बार से ज्यादा लपेटने लायक रेल का निर्माण किया है।
आज उसी रेल मिल को चालू रखने के विषय में प्रबंधन के पास समय-समय पर अपनी बात रखते रहे है। प्लेट मिल ने जल सेना के लिए युद्ध पोत के निर्माण बड़ी भूमिका अदा की है।
यूनिवर्सल रेल मिल अपने उत्पादन से विश्व स्तरीय रेल पातों का निर्माण कर रहा है मर्चेंट एवं वायर रॉड मिल तथा बार रॉड मिल नए नए कीर्तिमान गढ़ रहे हैं। इन सबके बीच मैनपावर की कमी को लेकर खींचतान जारी है। वही मिलों में दुर्घटनाएं एवं दुर्घटनाओं के पश्चात प्रबंधन की लापरवाही भी बढ़ी है।












