- प्राणीशास्त्र विभाग में तीन दिवसीय भव्य मॉडल प्रदर्शनी। विद्यार्थियों की प्रतिभा निखर कर आई सामने।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। शिक्षाधानी भिलाई के सेक्टर–7 स्थित कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय में तीन दिवसीय मॉडल प्रदर्शन का आयोजन किया गया। प्राणीशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित भव्य मॉडल प्रदर्शनी ने महाविद्यालय परिसर में ज्ञान, विज्ञान और नवाचार का अद्भुत संगम निर्मित किया।
स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों ने वैज्ञानिक समझ, सृजनात्मकता, मॉडल निर्माण कौशल और नवाचार क्षमता को ऐसे प्रभावी रूप में प्रस्तुत किया कि आगंतुक क्रिएटिविटी की प्रशंसा करते रहे।
50 से अधिक मॉडलों ने खींचा ध्यान
इस प्रदर्शनी में 50 से भी अधिक मॉडल्स प्रस्तुत किए गए। इसमें अनेक वर्किंग और नॉन-वर्किंग मॉडल्स आकर्षण का केंद्र रहे। प्रमुख मॉडल की बात की जाए तो सोलर सिस्टम, पैलेमोन का ह्दय एवं धमन्य तंत्र (Palaemon Heart & Arteries System), प्रोटोजोआ जनित रोग (Protozoan Diseases), जीवाश्म अध्ययन (Fossils Study), अकशेरुकी एवं परजीवी एल्बम (Invertebrates & Parasite Albums), Environmental Bio–Geo Chemical Cycles, मानव एवं घोड़े का जैव विकास (Human & Horse Evolution), Human Brain & Chromosome Model, ‘Origin of Life’ का स्वचालित मॉडल आदि ने सभी का ध्यान खींचा।
सभी मॉडल में विद्यार्थियों की मेहनत, वैज्ञानिक शुद्धता, कल्पनाशील सोच और शानदार प्रस्तुति कौशल की चमक स्पष्ट दिखाई दी। अतिथि एवं दर्शकों ने मॉडल्स को अद्भुत, प्रभावशाली और शोध स्तर का कार्य बताया और जमकर प्रशंसा की गई। जबकि अनेक महाविद्यालयों से आए विद्यार्थियों ने भी प्रदर्शनी की तारीफ की।
इस आयोजन में शिक्षाविदों और विषय विशेषज्ञ भी शामिल हुए। आयोजन में गवर्नमेंट इंग्लिश मीडियम मॉडल कॉलेज, धनोरा (दुर्ग) के प्राणीशास्त्र विभाग की अध्यक्ष डॉ.हेमा कुलकर्णी ने सभी मॉडलों का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि “ऐसे नवाचारी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण वाले मॉडल विद्यार्थियों को शोध और विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।”
उनकी उपस्थिति और मार्गदर्शन से विद्यार्थियों का उत्साह कई गुना बढ़ गया। कल्याण कॉलेज के प्रिसिंपल डॉ.विनय शर्मा ने मॉडल की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रतिभा आने वाले शोधकर्ताओं की पहचान है। प्राचार्य डॉ.शर्मा ने सभी विद्यार्थियों के कार्यों की बारीकी से समीक्षा करते हुए कहा कि विद्यार्थियों की वैज्ञानिक अभिरुचि, नवाचार क्षमता और प्रायोगिक दक्षता भविष्य में उन्हें उत्कृष्ट शोधकर्ता बनने की दिशा में प्रेरित करती है।
इस आयोजन में प्राणीशास्त्र की विभागाध्यक्ष डॉ.शिप्रा सिन्हा, सहायक प्राध्यापक नुसरत खान, दिपांशु तारम, शैलेश कोशले, गंगा साहू की उल्लेखनीय भूमिका रही। साथ ही साइंस फैकल्टी के हेड डॉ.गुणवंत चंद्रोल, बॉयोटेक्नालॉजी डिपार्टमेंट की हेड डॉ.सौम्या खरे, फिजिक्स डिपार्टमेंट की हेड डॉ.नीलम शुक्ला, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.कविता वर्मा, डॉ.नागमणि, डॉ.अनुपमा, डॉ.छाया, मनमिता सिंह राजपूत, राकेश कुमार साहू, ललिता, प्रियंका साहू, गुलेश्वरी साहू, नेहा सिंह, चेतना आदि की उपस्थित रहीं।












