नेशनल ज्वाइंट कमेटी फॉर स्टील इंडस्ट्री (NJCS) सब-कमेटी की मीटिंग दिल्ली में गुरुवार दोपहर 12 बजे से शुरू होगी।
अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority Of India Limited Bhilai) के करीब 80 हजार से अधिक ठेका मजदूरों का वेतन बढ़ेगा या नहीं, इसका फैसला 6 जुलाई को हो जाएगा। नेशनल ज्वाइंट कमेटी फॉर स्टील इंडस्ट्री (NJCS) सब-कमेटी की मीटिंग दिल्ली में गुरुवार दोपहर 12 बजे से शुरू होगी। सेल प्रबंधन और एनजेसीएस यूनियन नेताओं के बीच वार्ता शुरू होगी।
करीब 6 माह बाद हो रही बैठक में मजदूरों के वेतन को बढ़ाने पर जोर है। लेकिन यह बात सामने आ रही है कि करीब 750 रुपए से अधिक की वृद्धि के मूड में प्रबंधन नहीं है। बातचीत के जरिए कितनी रकम बढ़ेगी, यह तो बैठक में ही तय होगा। वहीं, एनजेसीएस यूनियनों की तरफ से पिछली बैठक में प्रबंधन के 750 रुपए के प्रस्ताव को ठुकराकर 2500 रुपए एडब्ल्यूए की राशि बढ़ाने की मांग की गई थी। इस बैठक में भी यही 750 रुपए उछलेगा।
दिल्ली बैठक में हिस्सा लेने के लिए इंटक (INTUC) बोकारो के महासचिव बीएन चौबे दिल्ली पहुंच चुके हैं। एटक (AITUC) के महासचिव रामाश्रय प्रसाद ट्रेन में हैं। एचएमएस (HMS) के संजय वढावकर के अलावा सीटू (CITU) के ललित मोहन मिश्र गुरुवार सुबह दिल्ली पहुंच रहे हैं।
सेल (SAIL) में लगातार नियमित कर्मचारियों की संख्या घटती जा रही है। ठेका मजदूरों की तेजी से बढ़ रही है। वर्तमान में करीब 49 हजार नियमित कर्मचारी सेल में हैं, जबकि ठेका मजदूर 80 हजार बताए जा रहे हैं। नियमित कर्मचारियों के साथ ठेका मजदूर भी इस्पात उत्पादन में अपना योगदान दे रहे हैं। लेकिन, मजदूरी के मामले में सबसे ज्यादा प्रताड़ित हो रहे हैं।
ठेकेदारों पर आरोप लगते हैं कि वह न्यूनतम मजदूरी तक नहीं देते हैं। कहीं देते हैं तो सैलरी आने के बाद कैश वसूली कर लेते हैं। कई जगह एटीएम कार्ड तक जब्त रखने की बात उठती रही है। सेल चेयरमैन अमरेंदु प्रकाश ने कामकाज संभालने के बाद अपने पहले संबोधन में ठेका मजदूरों का मुद्दा उठाया था। इनको हक देने की बात कही थी। अब देखना यह है कि एनजेसीएस सब कमेटी मीटिंग में कितना हक दिया जाएगा।