Rourkela Steel Plant: देश की आज़ादी का जश्न, आरएसपी परिवार संग, पुरस्कारों की बौछार

  • टैंक, पनडुब्बी, परमाणु अनुसंधान, चंद्रयान-3 तक राउरकेला स्टील प्लांट की निशानी।
  • राउरकेला इस्पात संयंत्र में देशभक्ति उत्साह के बीच भारत का 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया।

सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। आरएसपी और बोकारो स्टील प्लांट के निदेशक प्रभारी अतनु भौमिक ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। परेड का निरीक्षण किया और इस्पात स्टेडियम में 77 पलटनों के प्रभावशाली मार्च पास्ट की सलामी ली। उनके साथ डीआइजी (सीआईएसएफ) अशोक जलवानिया मंच पर उपस्थित थे।

77वें स्वतंत्रता दिवस पर अतनु भौमिक ने कहा, ‘हमने कृतज्ञता और गर्व की भावना के साथ 75 सप्ताह तक चलने वाले आजादी का अमृत महोत्सव मनाया। एक श्रद्धांजलि उन लोगों के लिए जिन्होंने हमारे देश की आजादी को सुरक्षित रखने के लिए अथक संघर्ष किया और उस समृद्ध भविष्य का मार्ग प्रशस्त किया, जिसे हम आज अपना रहे हैं। जैसे-जैसे हम अमृत काल में कदम रख रहे हैं, हमारी आशाओं में एक मजबूत अर्थव्यवस्था का निर्माण शामिल है, जो हमारे देश को और अधिक आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक मजबूत विनिर्माण उद्योग के साथ-साथ प्रौद्योगिकी और ज्ञान का उपयोग करती है।’

डीआईसी ने आर.एस.पी. द्वारा राष्ट्र निर्माण के प्रयास में किए गए योगदान का उल्‍लेख करते हुए उत्पादन, उत्पादकता, पर्यावरण प्रबंधन, सुरक्षा, मानव संसाधन, संचार, स्वास्थ्य देखभाल एवं अन्य प्रमुख क्षेत्रों में इस्पात संयंत्र की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, और कहा, ‘हमने 100 मिलियन टन स्टील के ऐतिहासिक उत्पादन के आंकड़े को छुआ- जिसका उपयोग छह परिवर्तनकारी दशकों से देश की प्रगति में किया जा रहा है।

उन्होंने कहा-हमारे द्वारा उत्पादित स्टील का उपयोग टैंक और पनडुब्बियों जैसे रक्षा अनुप्रयोगों से लेकर परमाणु अनुसंधान तक, और सड़कों, सुरंगों और पुलों, वास्तुशिल्प चमत्कारों और नवीनतम चंद्रयान-3 जैसे बुनियादी ढांचे से लेकर कई प्रतिष्ठित राष्ट्रीय उद्यमों में किया गया है।

डीआईसी ने प्रत्येक हितधारक के साथ मजबूत संबंध रखने में आर.एस.पी. के विश्वास पर भी जोर दिया। डी.आई.सी. ने इस्‍पात शहर और इसके पार्श्‍वांचल आबादी के कर्मचारियों और निवासियों के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए टाउनशिप में आर.एस.पी. द्वारा किए गए प्रयासों पर भी चर्चा की।

अपने समापन टिप्पणी में डी.आई.सी. ने कहा- ‘आइए, इस अमृतकाल में प्रत्येक दिन, घंटे और मिनट में अपने प्रदर्शन की सीमाओं को फिर से परिभाषित करने के लिए तैयार रहें, जो हमें भारतीय स्वतंत्रता की सौवीं वर्षगांठ पर गौरव और विशाल उपलब्धियों के साथ ले जाएगा।’

इस अवसर पर आयोजित पुरस्कार समारोह में, डीआईसी ने आरएसपी के 18 पूर्व कर्मचारियों को ‘इस्पात बिंधानी सम्मान’ से सम्मानित किया, जिन्‍होंने साठ के दशक से पहले स्टील प्लांट में शामिल हुए थे और स्टील प्लांट को उसके प्रारंभिक वर्षों में विकसित किया था।

उन्होंने अनुकरणीय सेवा के लिए सी.आई.एस.एफ. कर्मियों को भी सम्मानित किया। इसके बाद श्री भौमिक ने प्रतिष्ठित आर.एस.पी. गौरब पुरस्कार, नेहरू विशिष्ट कर्मचारी पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले दलों को पुरस्कार प्रदान किए।

कार्यक्रम में दीपिका महिला संघति की अध्‍यक्षा सीमा भौमिक, कार्यपालक निदेशक (वर्क्‍स) एसआर.सूर्यवंशी, कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) पी.के.शतपथी, कार्यपालक निदेशक (परियोजना) पी.के.साहू, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) सोमनाथ त्रिपाठी, कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वस्थ्य सेवा), डॉ. बी.के.होता, कार्यपालक निदेशक (वित्‍त एवं लेखा) ए.के.बेहुरिया, डी.एम.एस. की सभी उपाध्‍यक्षाएं, हर्षला सूर्यवंशी, हिरण्मयी शतपथी, सामापिका साहू, डॉ. (प्रो.) सुष्मिता दास, जयश्री होता और संयंत्र के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।

कोल्ड रोलिंग मिल के वरिष्ठ तकनीशियन अनिल कुमार मलिक और प्रोटोकॉल और हॉस्पिटियलिटी सेवा की मधुस्मिता मिश्रा ने कार्यक्रम का संचालन किया। मिनी स्टेडियम, सेक्टर-22 में आयोजित एक समान समारोह में, निदेशक प्रभारी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया, परेड की निरीक्षण की और रंगारंग मार्च पास्ट की सलामी ली। यहां भी उन्होंने परेड की सर्वश्रेष्ठ टुकड़ियों को पुरस्कार प्रदान किये।

दीपिका महिला जागृति संस्थान, सेक्टर-2 में आयोजित एक समारोह में, सीमा भौमिक ने उपाध्यक्षाओं, सचिव, शासी निकाय के सदस्यों और दीपिका महिला संघति के अन्य स्वेच्छाकर्मियों की उपस्थिति में झंडा फहराया।