कोल इंडिया बोनस, अबकी बार 1 लाख पार, वेतन समझौता और एरियर पर आफिसर्स एसोसिएशन को नहीं मिला स्टे

-कोयला श्रमिक सभा के अध्यक्ष शिव कुमार यादव और हिंद खदान मजदूर फेडरेशन के अध्यक्ष नाथूलाल ने एक लाख रुपए बोनस की बात बोली।

अज़मत अली, छत्तीसगढ़। कोल इंडिया (CIL) के कर्मचारियों को इस बार 1 लाख रुपए बोनस (Bonus) चाहिए। इसकी आवाज उठनी शुरू हो गई है। पिछले साल साढ़े 67 हजार रुपए बोनस भुगतान हुआ था। काफी विवाद के बाद यह राशि तय की गई थी, जबकि प्रबंधन ने इससे अधिक राशि देने के लिए फंड जमा कर रखा था।

एचएमएस (HMS) से संबद्ध कोयला श्रमिक सभा के अध्यक्ष शिव कुमार यादव (Shiv Kumar Yadav) और हिंद खदान मजदूर फेडरेशन के अध्यक्ष नाथूलाल पाण्डेय (Nathulal Pandey) ने एक लाख रुपए बोनस की बात बोल दी है। नाथूलाल पांडेय ने Suchnaji.com से बातचीत के दौरान बताया कि उम्मीद है कि सितंबर में बोनस वार्ता शुरू हो जाएगी।

कोल इंडिया प्रबंधन की तरफ से इस बाबत जल्द ही आदेश जारी हो जाएगा। एक लाख रुपए बोनस कर्मचारियों को दिलाया जाए, इस पूरा फोकस भी होगा। वहीं, समय पर बोनस भुगतान आदि विषयों को लेकर नाथूलाल पांडेय ने कोयला मंत्री को पत्र भी लिख दिया है, ताकि कर्मचारियों को राहत मिल सके।

दूसरी ओर कोयला कामगारों के 11वें वेतन समझौते के विरोध में जबलपुर हाईकोर्ट में दायर याचिका पर मंगलवार को सुनवाई हुई। आफिसर्स एसोसिएशन को स्टे नहीं मिल सका है। वेतन समझौता और एरियर पर रोक लगाने के लिए कोल इंडिया के अधिकारी कोर्ट की शरण में गए हैं।

सुनवाई के दौरान एचएमएस के नाथूलाल पांडेय भी कोर्ट में मौजूद रहे। उनका कहना है कि अधिकारियों को स्टे नहीं मिला है। कर्मचारियों के हक की बात है। इसलिए सभी यूनियन को खुलकर सामने आना चाहिए। कोर्ट में सिर्फ एचएमएस ही मौजूद रही।

इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर हाईकोर्ट में भी केस दायर किया गया है। आफिसर्स एसोसिएशन ने सचिव हैवी इंडस्ट्रीज एंड पब्लिक इंटरप्राइजेस मंत्रालय नई दिल्ली, कोल सेक्रेटरी, कोल इंडिया चेयरमैन, सीआइएल निदेशक (कार्मिक एवं औद्योगिक संबंध), जेबीसीसीआई समेत अन्य को पार्टी बनाया है।