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एक और BSP कर्मचारी की बेटी-बेटा और पत्नी की बची जान, CGM के दावे को ही झूठा बना रहा सिविल डिपार्टमेंट

एक और BSP कर्मचारी की बेटी-बेटा और पत्नी की बची जान, CGM के दावे को ही झूठा बना रहा सिविल डिपार्टमेंट
  • अलॉटमेंट के बाद मेंटेनेंस नहीं कराने की वजह से दोबारा कब्जे में चल गया आवास। सिविल डिपार्टमेंट की ढिलाई कब्जेदारों की भलाई।
  • आक्सीजन प्लांट के कर्मचारी को आवास आवंटित हुआ, लेकिन मरम्मत का काम सीजीएम के आश्वासन के बाद भी शुरू नहीं।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारी और उनके परिवार की जान खतरे में है। किसी दिन कोई अनहोनी की खबर जरूर आएगी। नगर सेवाएं विभाग की ढिलाई का खामियाजा बीएसपी कार्मिकों को भुगतना पड़ेगा। जर्जर आवास की शिकायतों को ऐसे नजर अंदाज किया जा रहा है, जैसे जेब से पैसा लगाना है। कमरे की छत का प्लास्टर टूटकर गिरने का एक और मामला सामने आ गया है।
रेल मिल में कार्यरत वरिष्ठ कर्मचारी केके देशमुख की बेटी बेड पर पढ़ाई कर रही थी और पत्नी और बेटा दूसरी तरफ सोए थे, तभी प्लास्टर टूटकर नीचे गिरा। आवाज और प्लास्टर का टुकड़ा गिरता देख लड़की चीख उठी। दहशत में पूरा परिवार आ गया। कमरे से सभी लोग बाहर आए।

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इसके बाद केके देशमुख को फोन कर तत्काल घर बुलाने की गुहार बच्चे करते रहे। रेल पटरी उत्पादन में नाइट शिफ्ट में जुटे केके देशमुख तनाव में आ गए। परिवार पर जान का खतरा मंडराता देख वह काफी आक्रोशित हो गए हैं। नगर सेवाएं विभाग में ऑनलाइन शिकायत और दफ्तरों का चक्कर काटने के बाद ही कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

सेक्टर 2 के सड़क 15बी स्थित आवास संख्या 7E और एफ ट्विन अलॉटमेंट कराया है। 7-ई आवास के कमरे में परिवार था। रात करीब पौने 12 बजे नजरों के सामने छत का प्लास्टर गिर गया। गनीमत था कि प्लास्टर कमरे के कॉर्नर के हिस्से का गिरा, वरना पंखे पर गिरने से टुकड़ा लोगों को जख्मी कर देता।

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केके देशमुख ने सूचनाजी.कॉम को बताया कि सेक्टर-2 स्थित जर्जर आवास से छुटकारा पाने के लिए 2018 में सेक्टर 5 के सड़क 19 में 5बी आवास को आवंटित कराया। यह कब्जे में था, खाली नहीं हो रहा था। खटाल वाले ने भूसा रखा था। किसी तरह खाली कराया गया। इसके बाद मेंटेनेंस कराने के लिए चक्कर काटते रहे। कोई ध्यान नहीं दिया गया। थक हारकर 2020 में जमा कर दिया। बताया जा रहा है कि फिर उसमें कब्जा हो गया है।

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इधर-सेक्टर-2 आवास की सूरत संवारने के लिए ऑनलाइन शिकायत कर चुके हैं। छह साल से कर रहे हैं। कुछ काम नहीं हो रहा है। फ्लोर टूटा है। खुद ही मरम्मत करके रह रहे हैं।

वेलकम कब होगा पूरा, कोई तो बताओ
नगर सेवाएं विभाग पर कर्मचारियों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। सीजीएम टाउनशिप ने दो माह में मेंटेनेंस कार्य कराने का आश्वासन दिया, जिस पर आज तक अमल नहीं हो सका। आक्सीजन प्लांट 2 में कार्यरत सुनील तिवारी वर्तमान में सेक्टर-3 के 2D आवास में रहते हैं। इन्होंने 23 मई को 6B/St -10 /Sector 4 का आवास आनलाइन अलाटमेंट कराया। मेंटेनेंस के लिए वेलकम में दिया। अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है।

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पीड़ित परिवार का कहना है कि CGM (TSD) जेवाई सपकाले ने बताया था कि एक माह में वेलकम पूरा किया जाएगा। इसके लिए प्रयास किए जाएंगे। 26 मई को सिविल और इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस के लिए आवेदन सेक्टर-8 कार्यालय में जमा कर दिया गया था। प्रकिया इतनी जटिल है कि कर्मी परेशान हो जाता है। ड्यूटी के साथ बार-बार मेंटेनेंस आफिस के चक्कर लगाते रहिए। लेकिन आज तक मायूसी ही हाथ लगी है।