- सीबीआई ने सोलन (हिमाचल प्रदेश), शिमला (हिमाचल प्रदेश) और चंडीगढ़ में बद्दी में सात स्थानों पर आरोपियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली।
सूचनाजी न्यूज, हिमाचल प्रदेश। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन-ईपीएफओ (Employees Provident Fund Organisation (EPFO)) अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के अक्सर आरोप लगते रहे हैं। अब धरे जा रहे हैं। सीबीआई ने ईपीएफओ, बद्दी (हिमाचल प्रदेश) के क्षेत्रीय आयुक्त और प्रवर्तन अधिकारी तथा एक निजी सलाहकार को गिरफ्तार किया है। शिकायतकर्ता से 10 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। 5 लाख रुपये नकद और 5 लाख रुपये के सेल्फ चेक की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने ईपीएफओ, बद्दी, सोलन (हिमाचल प्रदेश) के क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त और प्रवर्तन अधिकारी तथा एक परामर्शदाता सहित तीन आरोपियों को शिकायतकर्ता से 10 लाख रुपये (5 लाख रुपये नकद और 5 लाख रुपये के “सेल्फ चेक”) की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में गिरफ्तार किया।
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सीबीआई ने 24.11.2024 को दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ), बद्दी, जिला सोलन (हिमाचल प्रदेश) के प्रवर्तन अधिकारी (ईओ), निजी सलाहकार, बद्दी, जिला सोलन (हिमाचल प्रदेश) और अन्य अज्ञात ईपीएफओ अधिकारी शामिल थे।
आरोप है कि आरोपी प्रवर्तन अधिकारी ने शिकायतकर्ता की फर्म के पीएफ मांग के मामले को अनुकूल तरीके से निपटाने के लिए खुद के लिए और ईपीएफओ के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के लिए भी आरोपी निजी सलाहकार के माध्यम से 10 लाख रुपये का अनुचित लाभ मांगा, जो ईपीएफओ कार्यालय, बद्दी, सोलन (हिमाचल प्रदेश) के पास लंबित था। आगे आरोप लगाया गया कि यदि उक्त मांग पूरी नहीं की गई, तो वसूली 45-50 लाख रुपये होगी।
सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी सलाहकार (निजी व्यक्ति) को आरोपी प्रवर्तन अधिकारी और क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त की ओर से शिकायतकर्ता से 10 लाख रुपये (5 लाख रुपये नकद और 5 लाख रुपये के “सेल्फ चेक”) की मांग करते और स्वीकार करते हुए पकड़ा, जिनकी भूमिका जाल कार्यवाही के दौरान सामने आई। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें शिमला के सीबीआई मामलों के एल.डी. विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया जा रहा है।
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इसके अलावा, सीबीआई ने सोलन (हिमाचल प्रदेश), शिमला (हिमाचल प्रदेश) और चंडीगढ़ में बद्दी में सात स्थानों पर आरोपियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली। चंडीगढ़ में क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त के परिसर से 23.5 लाख रुपये (लगभग) की नकदी और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए।