- ईडी एचआर पवन कुमार ने यूनियन नेताओं को बुलाकर SESBF बैठक की बातें साझा की।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited) के कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए बड़ी खबर है। सेल कर्मचारी सेवानिवृत्ति लाभ निधि-एसईएसबीएफ (SAIL Employees Superannuation Benefit Fund-SESBF) पर संकट का बादल छा गया है।
सेल पेंशन ट्रस्ट और SESBF को एक साथ संचालित करने पर सवाल उठाए गए हैं। सरकार की नज़र में यह गैर कानूनी है। इस पर आगे बड़ी कार्रवाई हो सकती है। इसलिए सेल प्रबंधन जमा पैसे को एनपीएस में शिफ्ट करने की तैयारी में जुट गया है।
बुधवार को कोलकाता में SESBF की बैठक में हिस्सा लेकर भिलाई पहुंचे ईडी एचआर पवन कुमार ने यूनियन नेताओं को बुलाकर फीडबैक लेना शुरू कर दिया है। मीटिंग की बातों को साझा करते हुए प्रबंधन ने कहा-कानूनी रूप से दो जगह से फायदा लेना गलत है। SESBF का पैसा एनपीएस में डालने की तरफ फैसला लेने का सुझाव आ रहा है।
सरल शब्दों में SESBF से पूरा पैसा वापस लेने पर नुकसान की बात कही जा रही है। मान लीजिए, किसी कार्मिक का 20 लाख रुपए जमा है। इसमें 9 लाख रुपए ब्याज से आया है तो इस 9 लाख की राशि पर आपको इंट्रेस्ट देना होगा।
अगर, यही पूरा पैसा एनपीएस में डाल देते हें तो वहां पूरा लाभ मिलेगा। एनपीएस से 60 प्रतिशत तक पैसा निकाल भी सकते हैं।
8 प्रतिशत से अधिक ब्याज दर
प्रबंधन का कहना है कि SESBF का 8 प्रतिशत से अधिक ब्याज दर है, जो कि कंपनी वहन नहीं कर पा रही है। हम 7 प्रतिशत के आसपास ही दे पा रहे हैं। रिजर्व फंड से पैसा दे रहे हैं, नुकसान हो रहा है। सरकार की नजर में यह गलत भी है। कर्मचारी SESBF के बजाय एनपीएस में डाल दें।
यूनियन नेताओं का यही तर्क है कि…
ज्यादातर यूनियन नेताओं का यही तर्क है कि आपस में सब लोग मिलकर फैसला लेंगे। यूनियन नेताओं ने कहा कि बातचीत की जाएगी। कर्मचारियों के बीच बात रखी जाएगी। यूनियनों के जवाब को SESBF की अगली मीटिंग में रखा जाएगा। वहीं, केंद्रीय नेताओं को अवगत कराया जाएगा, जैसा दिशा-निर्देश प्राप्त होगा, वह फैसला किया जाएगा।