Big Breaking: तांदुला से छोड़ा पानी, महमरा एनीकट के 10 फीट ऊपर बह रही शिवनाथ, 20 गांवों में बाढ़ का खतरा

  • दुर्ग के करीब 20 गांवों में बाढ़ का खतरा। प्रशासन ने जारी किया अलर्ट। आसपास के जलाशयों में बढ़ा पानी। तांदुला को पानी छोड़ने के कारण शिवनाथ का बढ़ रहा जलस्तर।

सूचनाजी न्यूज, दुर्ग। छत्तीसगढ़ में पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण नदी-नाले उफार पर चल रहे है। वहीं प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी नदी शिवनाथ का जल स्तर काफी बढ़ गया है।

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दुर्ग स्थित महमरा एनीकट से 10 फीट ऊपर शिवनाथ का पानी पहुंच चुका है। शिवनाथ तट से लगे गांवों में दुर्ग जिला प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी कर दिया गया है। लोगों से सतर्क रहने की अपील की जा रही है।

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शिवनाथ नदी के कैचमेंट एरिया में बीते चार दिन से निरंतर बारिश होने से तांदुला नदी, खरखरा नदी और शिवनाथ नदी के अन्य सहायक नदी, नाला और नहरों में जल स्तर बढ़ते जा रहा है। इससे मंगलवार को महमरा एनीकट स्थित शिवनाथ नदी का पानी 10 फीट ऊपर बह रहा है।

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इन गांवों में बाढ़ का खतरा

शिवनाथ के पानी में निरंतर इजाफा होने के कारण दुर्ग जिला प्रशासन द्वारा नदी तट के सभी गांवों को अलर्ट कर दिया गया है। अफसरों को बाढ़ प्रभावित इलाके झोला, भोथली, रुदा, खाड़ा, चंगोरी, थनौद, पीसेगांव, महमरा, पुलगांव, कोसमी, मोहलई, नगपुरा, मालूद, बेलौदी, पीपरछेड़ी, झेंझरी, हटगांव, गनियारी, सहगांव पर पैनी नजर बनाए रखने निर्देश दिया गया हैं।

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आसपास के जलाशय भरे

दुर्ग स्थित जल संसाधन संभाग तांदुला के कार्यपालन अभियंता एस.के.पाण्डेय ने बताया कि राजनांदगांव जिला स्थित मोंगरा बैराज से बीते दिनों 40 हजार क्यूसेक जल शिवनाथ नदी में छोड़ा गया है। मंगलवार यानी आज पांच हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा।

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निरंतर वर्षा होने से आगे मोंगरा बैराज से अधिक पानी छोड़ने की और ज्यादा संभावना हैं। उन्होंने कहा कि निरंतर वर्षा के कारण तांदुला जलाशय में 40 फीसदी, खरखरा जलाशय में 43 फीसदी, खपरी जलाशय में 42 फीसदी और गोंदली जलाशय में 22 फीसदी जलभराव हो चुका हैं। संभाग के अंतर्गत वर्षा की स्थिति ऐसी बनी रही तो इन जलाशयों में जलभराव में और वृद्धि होगी।

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