- निदेशक प्रभारी ने पूरी सुरक्षा के साथ उत्पादन प्रक्रिया को बाधित किए बिना फुट ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए विभाग के कर्मीसमूह और संबंधित विभाग को बधाई दी।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) (SAIL Rourkela Steel Plant) के अंदर सिक्योरिटी इकोसिस्टम को मजबूत करने के उद्देश्य से एक बड़ा कदम उठाया गया है। निदेशक प्रभारी (आरएसपी सह अतिरिक्त प्रभार बोकारो स्टील प्लांट) अतनु भौमिक द्वारा रॉ मटेरियल हैंडलिंग प्लांट (आरएमएचपी) में एक नए 105 मीटर लंबे फुट ओवर ब्रिज “सुरक्षा संजोग सेतु” का उद्घाटन किया गया।
इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) एसआर सूर्यवंशी, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) सोमनाथ त्रिपाठी, कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा), डॉ. बीके.होता, कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन सह परियेाजना के अतिरिक्त प्रभार) तरूण मिश्र, कार्यपालक निदेशक (खान) आलोक वर्मा, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) एके.बेहुरिया, मुख्य महाप्रबंधक (आरएमएचपी) एसएस रॉय चौधरी, कई मुख्य महा प्रबंधक, विभागाध्यक्ष और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर निदेशक प्रभारी ने पूरी सुरक्षा के साथ उत्पादन प्रक्रिया को बाधित किए बिना फुट ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए विभाग के कर्मीसमूह और संबंधित विभाग को बधाई दी। ‘शॉर्टकट कई बार ख़त्म कर देता है’, निदेशक प्रभारी ने यह कहते हुए सभी से सामान्य जागरूकता पैदा करने और सुरक्षित कार्य वातावरण बनाने के लिए पुल का उचित उपयोग सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) ने अपने संबोधन में सुरक्षा के संदर्भ में नए फुट ओवर ब्रिज के महत्व पर प्रकाश डाला और पुल के उचित उपयोग को सुनिश्चित करने और सुरक्षित संस्कृति को मजबूत करने के लिए संवेदनशीलता की आवश्यकता पर जोर दिया।
एसएस रॉय चौधुरी ने सभा का स्वागत किया, कार्यान्वित परियोजना की संक्षिप्त जानकारी दी और कार्यक्रम का संचालन किया।
रॉ मटेरियल हैंडलिंग प्लांट 1994 में चालू किया गया था
बता दें कि रॉ मटेरियल हैंडलिंग प्लांट 1994 में चालू किया गया था। जब केवल ट्रैक हॉपर 1 और 2 और वैगन टिपलर 4 और 5 परिचालन में थे। इसलिए एक छोटा ओवरब्रिज बनाया गया।
आधुनिकीकरण और विस्तारण के अंतिम चरण के बाद कई नए उपकरण और सुविधाएँ जोड़ी गईं। इसलिए अधिक ऊँचाई वाले क्रॉस ओवर ब्रिज की आवश्यकता थी। इसके अलावा, लंबे पुल के अभाव में लोगों को रेक क्लीयरेंस के लिए इंतजार करना पड़ता था, जिसके कारण काम में देरी होती थी।
पुल का निर्माण एक बड़ी चुनौती थी, इसलिए इसे अनलोडिंग और ऑपरेशन को प्रभावित किए बिना इलैक्ट्रिक ओवरहेड लाइन को बंद करके कई चरणों में पूरा किया गया।
नई सौगात में इन लोगों की खास भूमिका
योजना, निर्माण और स्थापन कार्य एसएस.रॉय चौधरी के मार्गदर्शन में, महाप्रबंधक (मेकानिकल-आर.एम.एच.पी.) एन.सैंडिल के नेतृत्व वाली समर्पित सदस्यों की एक टीम में शामिल, महाप्रबंधक (ऑपरेशन) एकेपी.बार्ला, सहायक महाप्रबंधक (इलैक्ट्रिकल) केके.महांतो और आरएमएचपी के सहायक महाप्रबंधक (मेकानिकल) एस.भंजदेव, ट्रैफिक एवं रॉ-मटेरियल के महाप्रबंधक, पी.त्रीपाठी, सहायक महाप्रबंधक (डिजाइन) शशी किरण, सहायक महा प्रबंधक (परियेाजना) मनीश कुमार एवं वरिष्ठ प्रबंधक (सीईएस) अनाम चरण बेहेरा द्वारा किया गया।