- 24 जुलाई को छत्तीसगढ़ विधानसभा का घेराव करेगी कांग्रेस। प्रदेश में बढ़ते अपराध, भ्रष्टाचार और बलौदाबाजार हिंसा को लेकर सरकार को सदन से लेकर सड़क तक घेरेगी कांग्रेस।
सूचनाजी न्यूज, दुर्ग। छत्तीसगढ़ में सोमवार से विधानसभा का सत्रारंभ हो चुका है। सदन के मानसून सत्र शुरू होते ही प्रमुख विपक्षी पार्टी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC-कांग्रेस) सत्ता पक्ष भारतीय जनता पार्टी (BJP) को घेरने की पूरी रणनीति बना चुकी है। सदन से लेकर सड़क तक कांग्रेस काफी आक्रामक रणनीति के तहत पक्ष का घेराव करने की योजना बना रही है। जबकि सदन के बाहर 24 जुलाई को कांग्रेस विधानसभा का घेराव करेगी। प्रदेश स्तरीय घेराव में सरगुजा से लेकर बस्तर तक के कार्यकर्ता, कांग्रेस के दिग्गज नेता, विधायक, सांसद, पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री, विभिन्न विंग, इकाई, प्रकोष्ठ, मंडल, बूथ, युवा, महिला, छात्र, किसान आदि कांग्रेसजन इसमें हिस्सा लेंगे।
प्रदेश में कांग्रेस के प्रमुख नेता इसके लिए प्रदेश भर का भ्रमण कर रहे है। इस कड़ी में दिग्गज कांग्रेसी दुर्ग पहुंचे। यहां जिला मुख्यालय स्थित राजीव भवन में बड़ी बैठक हुई।
इसमें पूर्व मुख्यमंत्री (Ex CM) भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी (CG PCC) के अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, दुर्ग शहर के पूर्व विधायक अरुण वोरा, पूर्व विधायक प्रदीप चौबे, पूर्व विधायक बदरुद्दीन कुरैशी, पूर्व विधायक प्रतिमा चन्द्राकर, आरएन वर्मा, भिलाई कांग्रेस जिला अध्यक्ष मुकेश चन्द्राकर, भिलाई-3 के महापौर निर्मल कोसरे सहित आदि प्रमुख कांग्रेस नेता मौजूद रहे।
Ex CM भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कानून-व्यवस्था, भ्रष्टाचार, लूट, हत्या, चोरी, चाकूबाजी, डकैती जैसे गंभीर अपराध बढ़ रहे है। बीजेपी सरकार हाथ में हाथ धरी बैठी हुई है।
24 जुलाई को 12 बजे से विधानसभा का घेराव किया जाएगा। इसमें प्रदेश भर से कार्यकर्ता आएंगे। इसके लिए दुर्ग में दिग्गज नेताओं ने कार्यकर्ताओं को बूस्टअप किया।
ये खबर भी पढ़ें: पत्रकार कोमल की बेटी अस्पताल में मौत से हारी, आज अंतिम संस्कार
बिजली हाफ, बिल फुल
भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा कि हमारी सरकार थी तब बिजली भरपूर मिलती थी और बिल हाफ लिया जाता था। उन्होंने कहा कि जब से विष्णुदेव साय की सरकार प्रदेश में आई है तब से प्रदेश में बिजली हाफ हो चुकी है और बिल फुल लिया जा रहा है।
रोजाना मिलने वाली सामान्य बिजली भी नहीं मिल पा रही है। आए दिन बिजली कटौती की समस्याएं बढ़ चुकी है। जबकि यूनिट रेट में बढ़ोत्तरी के कारण अधिक आ रहे बिजली बिल से आम लोग हलाकान है। छत्तीसगढ़ वासियों का बजट बिगड़ चुका है।