SAIL Biometric पर बड़ी खबर: Kolkata Tribunal ने स्वीकार किया केस, 12 अगस्त को सुनवाई

  • दुर्गापुर स्टील प्लांट के इंटक महासचिव रजत दीक्षित बताते हैं कि आप सभी जानते हैं कि किसी भी लंबित न्यायिक मामले पर कोई भी नई कार्रवाई नहीं थोप सकता।

सूचनाजी न्यूज, दुर्गापुर। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited) के कर्मचारियों की हाजिरी चेहरे से पहचान बायोमेट्रिक से करानी की शुरुआत हो चुकी है। भिलाई स्टील प्लांट में कर्मचारी और अधिकारी राइट टाइम हो गए हैं। वहीं, दुर्गापुर स्टील प्लांट (Durgapur Steel Plant) में कानूनी लड़ाई ने नया रूप ले लिया है। SAIL Durgapur Steel Plant के कर्मचारियों की तरफ से CAT (Central Administrative Tribunal) Kolkata के पास दायर केस को स्वीकार कर लिया गया है।

सेल (SAIL) के डीएसपी प्रबंधन (DSP Management) के खिलाफ कैट (केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण)-कोलकाता ने डीएसपी प्रबंधन द्वारा श्रमिकों के बायोमेट्रिक पंजीकरण के प्रयासों के खिलाफ दायर मामले को स्वीकार कर लिया है।

अगली सुनवाई की तारीख 12 अगस्त है। डीएसपी प्रबंधन को इस पर अपना पक्ष रखना है। यानी मामला अब विचाराधीन है। दुर्गापुर स्टील प्लांट के इंटक महासचिव रजत दीक्षित बताते हैं कि आप सभी जानते हैं कि किसी भी लंबित न्यायिक मामले पर कोई भी नई कार्रवाई नहीं थोप सकता।

इसलिए यदि डीएसपी प्रबंधन का कोई प्रतिनिधि इस मामले पर किसी भी श्रमिक को कोई निर्देश, आदेश, सलाह देने आता है, तो उसे विनम्रतापूर्वक सूचित किया जाना चाहिए कि “यह मामला अभी विचाराधीन है। इसलिए इस पर कोई नई चर्चा न करना बेहतर है।

रजत दीक्षित के मुताबिक कर्मचारियों का बकाया भुगतान अब तक नहीं हुआ है। एक जनवरी 2017 का वेतन समझौता अब तक अधूरा है। 39 माह का एरियर अब तक बकाया है। एचआरए का मामला हल नहीं हो सका है। तमाम ऐसे विषय हैं, जिसकी वजह से कर्मचारी मानसिक रूप से काफी परेशान हो रहे हैं। ऐसे में प्रबंधन बायोमेट्रिक लाकर और मानसिक कष्ट देना चाहता है। इसलिए कानूनी लड़ाई ही एक सहारा है।