SAIL में रिश्वतखोरी रोकने पर बड़ा कदम, Bhilai और Bokaro स्टील प्लांट में रिश्वत विरोधी प्रबंधन प्रणाली लागू

  • सेल ने अपने शेष संयंत्रों और इकाइयों के लिए एबीएमएस प्रमाणन प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। रिश्वत-विरोधी प्रबंधन प्रणाली (एबीएमएस) एक प्रभावी प्रबंधन प्रणाली है, जिसे आईएसओ 37001:2016 के अनुरूप डिजाइन किया गया है। इसका उद्देश्य यह है कि किसी संगठन को रिश्वतखोरी को रोकने, उसका पता लगाने और प्रतिक्रिया देने में मदद मिल सके। यह रिश्वतखोरी के प्रति संगठन की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करने में मदद करता है, रिश्वतखोरी के जोखिमों के प्रबंधन को और अधिक प्रभावशील बनाते हुए संगठनात्मक कार्यक्षमता को बेहतर बनाता हैं।

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रिश्वतखोरी को कम करने के लिए कार्यप्रणाली और प्रक्रियाओं के माध्यम से लाभ को अधिकतम तथा नुकसान को कम करता है और संगठन की प्रतिष्ठा बढ़ाता है। एबीएमएस प्रबंधन, निवेशकों, व्यापारिक सहयोगियों, कर्मियों और अन्य हितधारकों को यह आश्वासन भी देता है कि संगठन रिश्वतखोरी को रोकने के लिए उचित कदम उठा रहा है।

बोकारो इस्पात संयंत्र और कॉर्पोरेट कार्यालय के एबीएमएस द्वारा प्रमाणित करने के साथ “सेल” यह उपलब्धि प्राप्त करने वाला पहला महारत्न पीएसयू बन गया है। अब सेल ने अपने शेष संयंत्रों और इकाइयों के लिए एबीएमएस प्रमाणन प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है।

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भिलाई इस्पात संयंत्र में रिश्वत-विरोधी प्रबंधन प्रणाली को लागू करने के लिए एक प्रारंभिक बैठक आयोजित की गई थी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता उपस्थित रहे। इसके अलावा कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक (प्रोजेक्ट्स) एवं अतिरिक्त प्रभार कार्यपालक निदेशक (पी एंड ए) सुब्रत मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (एम एम) एके चक्रवर्ती, कार्यपालक निदेशक (एफ एंड ए) डॉ ए के पंडा, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सेवाएं), मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एम एंड एचएस), विभिन्न शॉप/विभागों के मुख्य महाप्रबंधक विभागाध्यक्ष तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

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विभिन्न शॉप/विभागों द्वारा नामित लगभग 30 विशेषज्ञ भी इस बैठक में शामिल थे। मुख्य महाप्रबंधक (सतर्कता) एवं एसीवीओ बोकारो इस्पात संयंत्र अरुण कुमार और महाप्रबंधक (सतर्कता) एसके त्रिपाठी इस बैठक के दौरान अतिथि वक्ता के तौर पर उपस्थित थे। स्वागत भाषण कार्यकारी एसीवीओ (भिलाई इस्पात संयंत्र) सत्यब्रत कर द्वारा दिया गया।

तत्पश्चात, “रिश्वत विरोधी प्रबंधन प्रणाली पर जागरूकता कार्यक्रम” विषय पर महाप्रबंधक (सतर्कता) कॉर्पोरेट कार्यालय एसके त्रिपाठी द्वारा प्रस्तुति दी गई। श्री त्रिपाठी एबीएमएस के लिए सेल के प्रबंधन प्रतिनिधि हैं। अपनी विस्तृत प्रस्तुति में श्री त्रिपाठी ने एबीएमएस का संक्षिप्त विवरण दिया। जिसमें एबीएमएस का उद्देश्य, संगठन के लिए लाभ और सेल में एबीएमएस लीडरशिप स्ट्रक्चर आदि के बारे में जानकारी प्रस्तुत की गई।
उन्होंने आईएसओ 37001: 2016 के प्रमुख खंडों जैसे दायरे, शर्तों और परिभाषाओं, संगठन के संदर्भ, नेतृत्व, योजना, समर्थन, संचालन, प्रदर्शन मूल्यांकन और सुधार को भी प्रस्तुतीकरण में शामिल किया।

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साथ ही उन्होंने सेल में एबीएमएस के कार्यान्वयन के लिए भविष्य की योजनाओं की एक झलक भी प्रस्तुत की। मुख्य महाप्रबंधक (सतर्कता) एवं एसीवीओ बीएसएल अरुण कुमार ने बीएसएल में एबीएमएस के कार्यान्वयन पर अपना अनुभव साझा किया।

एसके त्रिपाठी और श्री अरुण कुमार के साथ एक संवादात्मक सत्र भी रखा गया, जिसमें एबीएमएस के कार्यान्वयन से संबंधित प्रतिभागियों के प्रश्नों का समाधान एसके त्रिपाठी, अरुण कुमार और सत्यब्रत कर द्वारा किया गया।

भिलाई इस्पात संयंत्र में एबीएमएस के कार्यान्वयन के लिए कार्यान्वयन कार्यक्रम को प्रदर्शित करने के लिए सहायक महाप्रबंधक (सतर्कता) राखी तिवारी द्वारा एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी गई। जिसमें इससे संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण उच्चतम मापदंड को प्राप्त करने के लिए समय-सीमा प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम का संचालन सहायक महाप्रबंधक (सतर्कता) हिमांशु दवे द्वारा किया गया। अंत में उप महाप्रबंधक (सतर्कता) अनिकेत ओझा द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।