
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के बोकारो स्टील प्लांट से बड़ी खबर आ रही है। अधिकारी और कर्मचारी में कहासुनी और धक्का-मुक्की हो गई है। अधिकारी के खिलाफ कर्मचारी एकजुट होना शुरू हो गए हैं।
गुरुवार दिन में सीजीएम बीके सिंह का घेराव करके आरोपित अफसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी। कर्मचारी यूनियनों ने भी एकजुटता दिखाने का संकेत दिया है।
बताया जा रहा है कि बोकारो स्टील प्लांट के हॉट स्ट्रिप मिल के इलेक्ट्रिकल रफिंग फर्नेस एरिया के क्रेन रूम में बुधवार बी-शिफ्ट में विवाद हो गया। शिफ्ट खत्म होने से पहले रात 9.30 बजे अधिकारी और कर्मचारी भिड़ गए।
कर्मचारी का कहना है कि आफिसर चंद्र प्रकाश साहू-मैनेजर ने बदसलूकी की और धक्का दिया। कर्मचारी सुभाष कुमार-इलेक्ट्रिशियन ने कहा-अधिकारी को इस बात की तकलीफ थी कि उन्हें रिपोर्ट नहीं मिली थी। फोन रिसीव न होने से वह इतना गुस्सा गए कि तेज आवाज में चिल्लाने लगे और गाली-गलौज किया।
इस बाबत सुभाष ने सूचनाजी.कॉम से कहा 15 दिन पहले आफिसर राहुल पंडा से विवाद हुआ था। इसी बात से खुन्नस खाए अधिकारियों का व्यवहार कर्मचारियों के प्रति ठीक नहीं है। ताजा घटनाक्रम में बुधवार शाम को अधिकारी की तरफ से उन्हें क्वायलर एरियर में भेजा गया।
इसके बाद दूसरी जगह भेजा गया, वहां भी गए। लेकिन, जहां भेजा गया था, वहां इलेक्ट्रिकल का फाल्ट नहीं था। मैकेनिकल की प्राब्लम थी। जिस विभाग में जॉब के लिए भेजा गया था, वहां के अधिकारियों के कहने पर वे लोग वापस आ गए।
साहब को रिपोर्ट नहीं मिली, इस बात को लेकर वह भड़क गए हैं। जबकि वापस लौटने के बाद शिफ्ट इंचार्ज को फोन किया था, उनसे संपर्क नहीं हो सका था।
ये खबर भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में 13 महीनों में मारे गए 305 नक्सली, 1177 गिरफ्तार, 985 का आत्मसमर्पण
सुभाष के मुताबिक रात 9.30 बजे मैनेजर चंद्र प्रकाश ने फोन किया। परिवार में किसी से बात कर रहे थे, इसलिए फोन बीजी जाने पर वह नाराज हो गए। गाली-गलौज किया और धक्का-मुक्की की।
हंगामे के दौरान बीएसएल के कर्मचारियों ने धर-पकड़ किया। बीच-बचाव करके कर्मचारी को वहां से हटाया गया। वहीं, बाबत मैनेजरर चंद्र प्रकाश से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। जैसे ही उनका पक्ष आएगा, खबर अपडेट की जाएगी।
ये खबर भी पढ़ें: खिलाड़ियों को 12 से 20 हजार तक आजीवन पेंशन, 10 लाख तक आर्थिक मदद भी