Bokaro Steel Plant: एसएमएस हादसे में झुलसे तीसरे मजदूर की भी मौत, कोलकाता में पोस्टमार्टम, BSL देगा पत्नी को नौकरी

Bokaro Steel Plant Worker Burnt in SMS Accident Dies Death toll Rises to 3 Post-Portem in Kolkata
  • हॉट मेटल की चपेट में आने से 41 वर्षीय प्रवीण कुमार लहरी ने कोलकाता में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के बोकारो स्टील प्लांट हादसे में झुलसे तीनों मजदूरों की बारी-बारी से मौत हो गई। 28 सितंबर को भयानक हादसा हुआ था। हॉट मेटल की चपेट में आने से 41 वर्षीय प्रवीण कुमार लहरी ने कोलकाता में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इससे पहले 3 अक्टूबर को 27 वर्षीय बृजेश और 7 अक्टूबर को 65 प्रतिशत से अधिक झुलसे ओम प्रकाश की मौत हुई थी।

प्रवीण के परिवार वालों ने सूचनाजी.कॉम को बताया कि हादसे में करीब 25 प्रतिशत झुलस गए थे। हालत सामान्य थी। बीजीएच में टहलते थे और खाना तक खा रहे थे। ओम प्रकाश की मौत के बाद प्रवीण को कोलकाता रेफर कर दिया गया था। वहां भी सबकुछ ठीक से चल रहा था।

बुधवार को हालत अचानक से खराब होने लगी। फेफड़े में इंफेक्शन हो गया। जनरल वार्ड से दोबारा आइसीयू में शिफ्ट किया गया। वेंटिलेटर पर रखा गया। शाम 6 बजे से वेंटिलेटर पर रखा गया था। रात 8 बजे तक बीपी लो हो चुका था। गुरुवार सुबह तक स्थिति कुछ सुधर रही थी। लेकिन, दोपहर 12 से 1 बजे के बीच हार्ट बीट रुक गई थी। काफी कोशिश के बाद ही भी जान बचाया नहीं जा सका।

प्रवीण कुमार लहरी जेना मोड के रहने वाले थे। परिवार में मां, पत्नी, दो लड़के हैं। बड़ा लड़ा 13 साल, छोटा 8 साल का है। बीएसएल प्रबंधन की ओर से पत्नी को जॉब ऑफर लेटर दिया जाएगा। कोलकाता में शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शव बोकारो लाया जाएगा। बोकारो स्टील प्लांट प्रबंधन ने तैयारियां कर ली है। परिवार के मुताबिक फुसरो दामोदर नदी पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।

सेल के बोकारो स्टील प्लांट एसएमएस 2 हादसे में सबसे ज्यादा 90 प्रतिशत बृजेश झुलसे थे। 27 वर्षीय बृजेश की दो साल पहले शादी हुई थी। 6 माह की बच्ची है। राउरकेला स्टील प्लांट के डायरेक्टर इंचार्ज अतिरिक्त प्रभार बोकारो आलोक वर्मा खुद चिकित्सकों से सीधे संपर्क बनाए हुए थे।

बेहतर इलाज के लिए भिलाई स्टील प्लांट के बर्न वार्ड के मुखिया एवं सीएमओ डाक्टर उदय को बोकारो बुलाया गया था। बेहतर इलाज के लिए हर संभव कोशिश होती रही, हॉट मेटल से झुलसे मजदूरों की जान बचाई नहीं जा सकी।

बता दें कि 28 सितंबर को दिन में एसएमसस में हादसा हुआ था। रोप टूटने से लेडल अनियंत्रित होने से हॉट मेटल जमीन पर गिरा था। इससे आग लगी थी। 3 मजदूर चपेट में आए थे। बृजेश, प्रवीण और प्रकाश जख्मी हुए थे।