- जब बोरिया मार्केट से कब्जेदारों को खदेड़ने पहुंची थी बीएसपी की टीम, भाजपा नेता कब्जेदारों के समर्थन में थे।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के बोरिया गेट पर ट्रेलर ने सीआइएसएफ जवान की पत्नी को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया है। इस तरह का हादसा होना ही था, क्योंकि पुलिस ने आंखों पर पट्टा बांध रखा है। पुलिस सहायता केंद्र मजाक बना दिया। नेताजी चमकाने वालों ने शह दिया। भाजपा के एक बड़े नेता ने बोरिया मार्केट को खाली कराने से रोक दिया। बीएसपी के एक अफसर को अपशब्द तक बोल दिया। ट्रांसफर की धमकी तक दी गई थी। नेताजीगीरी, पुलिस की ढिलाई और अवैथ ठेले, खोमचे, अवैध चाइना मार्केट दुकान वालों गुंडागर्दी का नतीजा अब आना शुरू हो गया है।
अवैध चाइना मार्केट में दुकान लगाने वाले और सड़क पर रास्ता जाम करने वाले ठेका संचालक मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। स्थानीय नेता इन अवैध ठेलो, खोमचे और चाइना मार्केट वालो के समर्थन में खड़े हो जाते है। जब भी बेदखली कार्यवाही की जाती है तो स्थानीय नेता पुलिस बल वापस भेजवा देते हैं। सीआईएसएफ भी मदद नहीं करता है। यहा के अधिकांश ठेले, खोमचे, दुकानदार अपराधी प्रवृति के हैं। स्थानीय छोटे बड़े नेताओं के संरक्षण में हिंसा पर उतारू हो जाते है।
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प्रशासन द्वारा कार्यपालक मजिस्ट्रेट तथा पुलिस बल (Executive Magistrate and Police Force) कार्यवाही हेतु उपलब्ध करवाया था। किंतु स्थानीय बड़े नेताओं द्वारा थाने से पुलिस बल वापस भेजवाया गया। प्रशासनिक अधिकारियों को डराया गया। कार्यवाही नही करने दिया गया। दलालों और भू माफियाओं द्वारा यहां करोड़ों रुपए वसूली की जाती है तथा ब्याज पर रुपए चलाए जाते हैं। बीएसपी द्वारा पूर्व में पुलिस बल तथा मजिस्ट्रेट के उपस्थिति में यहां के एक दलाल तथा माफिया के विरूद्ध कार्यवाही किया गया तथा तोड़फोड़ किया गया। अड्डे को भी तोड़ा गया था। किंतु चाइना मार्केट तथा ठेले खोमचे के विरूद्ध में कार्यवाही को स्थानीय नेताओं द्वारा रुकवाया गया।