Rourkela Steel Plant में नहीं होने देंगे रिश्वतखोरी, खुली ज्ञान की तिजोरी

  • राष्ट्रीय मानकीकरण प्रशिक्षण संस्थान (एन.आई.टी.एस), भारतीय मानक ब्यूरो (बी.आई.एस) द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन किया गया था।

सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) में रिश्वतखोरी विरोधी प्रबंधन प्रणाली (ए.बी.एम.एस.) पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। विचार-विमर्श में संयंत्र के विभिन्न विभागों के 24 आंतरिक कार्मिकों ने भाग लिया। आर.एस.पी. के कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) पीके. शतपथी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल होकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

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मुख्य महाप्रबंधक (सतर्कता) एम.के. गुप्ता, सतर्कता विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय मानकीकरण प्रशिक्षण संस्थान (एन.आई.टी.एस), भारतीय मानक ब्यूरो (बी.आई.एस) द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन किया गया था।

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उद्घाटन भाषण में श्री शतपथी ने अखंडता और नैतिक प्रक्रियाओं को सुनिश्चित करने के लिए ए.बी.एम.एस. के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने आगे कहा कि प्रणाली न केवल भ्रष्टाचार को रोकने और प्रतिष्ठा को सुरक्षित रखने में मदद करेगी, बल्कि कानूनी और नियामक आवश्यकताओं के अनुपालन को बनाए रखने में भी मदद करेगी। उन्होंने प्रतिभागियों से आर.एस.पी. में आई.एस/आई.एस.ओ.37001:2016 के कार्यान्वयन को सुविधाजनक बनाने के लिए कार्यक्रम का पूरा उपयोग करने का आग्रह किया।

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श्री गुप्ता ने अपने संबोधन में बतलाने की कोशिश की कि कैसे नई प्रणाली आर.एस.पी. में मौजूदा प्रणालियों को मजबूत करेगी। एन.आई.टी.एस, बी.आई.एस. के प्रमुख ए. चटर्जी ने संक्षेप में ए.बी.एम.एस. क बारे समझाया और पूरे संगठन में इसे लागू करने के लिए एक सक्रिय पहल करने के लिए सेल की सराहना की, जो अन्य सार्वजनिक उपक्रमों के लिए एक उदाहरण है।

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कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में वैज्ञानिक-एफ एवं प्रमुख, प्रमाणन, निगरानी और मॉनिटरिंग विभाग, बी.आई.एस, नई दिल्ली आर.के. जैन, वैज्ञानिक-एफ एवं प्रमुख, कोलकाता शाखा कार्यालय, बी.आई.एस, ए.के. पुरोहित, वैज्ञानिक-ई और प्रमुख, दिल्ली शाखा कार्यालय, बी.आई.एस, चिन्मय द्विबेदी और वैज्ञानिक-ई और निदेशक, हिमाचल प्रदेश शाखा कार्यालय, विजयवीरन ने ए.बी.एम.एस. के विभिन्न पहलुओं और पेचीदगियों की जानकारी दी।

प्रबंधक (सतर्कता) एमके. सिंह ने स्वागत भाषण दिया, जबकि महाप्रबंधक (सतर्कता) सौमित कुमार ने उद्घाटन सत्र में धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन आर.एस.पी. के सतर्कता विभाग द्वारा किया गया।

गौरतलब है कि आई.एस/आई.एस.ओ. 37001:2016 रिश्वत-विरोधी प्रबंधन प्रणालियों के लिए एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त मानक है। यह संगठनों को रिश्वतखोरी रोकने, संभावित जोखिमों का पता लगाने और रिश्वत विरोधी कानूनों और विनियमों के अनुपालन को बनाए रखने के लिए प्रभावी उपायों और नियंत्रणों को लागू करने के लिए दिशानिर्देश और आवश्यकताएं प्रदान करता है।