सब्जेक्ट टू वेकेशन स्कीम बंद करके बीएसपी प्रबंधन ने की गलती, इंटक बोला-बोरिया गेट पर दोपहिया चालकों के लिए भी बनाएं शेड

BSP management made a mistake by closing the Subject to Vacation Scheme INTUC said Build a shed for two-wheeler drivers at Boria Gate

बोरिया गेट पर फोर व्हीलर के लिए लिए तो शेड का निर्माण किया गया है, लेकिन बाइक वाले परेशान हो रहे।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील इंप्लाइज यूनियन इंटक ने बोरिया गेट पर दोपहिया वाहन चालकों के लिए भी सेड बनाने की मांग की है। यूनियन ने सब्जेक्ट टू वेकेशन स्कीम को बंद किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। पदाधिकारियों ने कहा कि प्रबंधन बताए कि इस स्कीम को बंद कर किसको फायदा पहुंचाना चाहता है।

पदाधिकारियों की बैठक में सचिन ताम्रध्वज सिंह ने कहा कि बोरिया गेट पर फोर व्हीलर के लिए लिए तो शेड का निर्माण किया गया है, जबकि दोपहिया वाहन चालक लंबी लाइन लगाकर इतनी तेज धूप में खड़े रहते हैं। प्रबंधन को जल्द से जल्द यहां सभी गैलरियों को कवर करते हुए एक शेड बनाना चाहिए।

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वरिष्ठ सचिव रेशम राठौर ने कहा कि बहुत लंबे प्रयास के बाद इंटक यूनियन द्वारा सब्जेक्ट टू वेकेशन स्कीम शुरू कराया गया था, जिससे क्वार्टर छोड़ने वाले कर्मचारियों को यह फायदा होता था कि वह क्वार्टर में जो राशि खर्च किया है, उसमें से कुछ राशि उसे मिल जाता था।

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साथ ही प्रबंधन को यह फायदा होता था कि उसे सुरक्षित क्वार्टर वापस मिलता था एवं वेलकम स्कीम के तहत हर क्वार्टर पर खर्च होने वाली औसतन 50-60 हजार रुपए की बचत होती थी। इस स्कीम के बंद होने से सभी वरिष्ठ कर्मचारियों में नाराजगी है। बैठक में यूनियन पदाधिकारियों ने कहा कि टाउनशिप के अधिकारियों ने प्रबंधन को गलत फीडबैक देकर इस स्कीम को बंद कराया है।

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प्रबंधन के पास फंड नहीं है तो वेलकम स्कीम कैसे कराएगी

जब भी क्वार्टर में मेंटेनेंस की बात आती है तो प्रबंधन फंड नहीं होने का रोना रोता है। सब्जेक्ट टू वेकेशन स्कीम चालू था तो 50% क्वार्टर में उसे वेलकम स्कीम के तहत मेंटेनेंस नहीं करना पड़ता था, उसके बाद भी प्रबंधन फंड का रोना रोता था। अब सब्जेक्ट टू वेकेशन स्कीम बंद हो जाने से प्रबंधन को सभी क्वार्टर में वेलकम स्कीम के तहत काम करना पड़ेगा, जिससे प्रबंधन पर और अधिक आर्थिक बोझ पड़ेगा।

कॉस्ट कंट्रोल सिखाने वाला प्रबंधन वेलकम स्कीम पर कैसे अधिक राशि खर्च करेगा

यूनियन महासचिव वंश बहादुर सिंह ने कहा कि सब्जेक्ट टू वेकेशन स्कीम बंद कर प्रबंधनने बड़ी गलती की है। इससे कर्मियों को आर्थिक नुकसान तो होगा ही, प्रबंधन को भी डैमेज क्वार्टर मिलेंगे। और वह वेलकम स्कीम के तहत और अधिक पैसा खर्च करने पर मजबूर होगा।

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लेकिन एचआरडीसी में कर्मचारियों को बुलाकर कॉस्ट कंट्रोल सिखाने वाला प्रबंधन क्या वेलकम स्कीम में और अधिक पैसे खर्च कर क्वार्टर मेंटेनेंस करेगा? प्रबंधन अपने इस निर्णय पर पुनर्विचार करते हुए जल्द से जल्द वेलकम स्कीम शुरू करे। यह स्कीम प्रबंधन एवं कर्मचारी दोनों के लिए फायदेमंद स्कीम में है।