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BSP प्रबंधन बोलता है रिश्वत बर्दाश्त नहीं, इधर-OHP-B के ठेका श्रमिकों को न्यूनतम वेतन तक नहीं मिल रहा, कहां है विजिलेंस

BSP प्रबंधन बोलता है रिश्वत बर्दाश्त नहीं, इधर-OHP-B के ठेका श्रमिकों को न्यूनतम वेतन तक नहीं मिल रहा, कहां है विजिलेंस
  • स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक दफ्तर पहुंचे ओएचपी-बी के ठेका मजदूरों ने अपना दुखड़ा सुनाया।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के विजिलेंस डिपार्टमेंट सहित सभी विभागों ने पूरी ताकत झोंक दी है कि रिश्वत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं, बीएसपी के अंदर ही बड़े पैमाने पर ठेका मजदूरों के वेतन को लेकर गोलमाल हो रहा है। ठेका मजदूरों के न्यूनतम और सुविधाओं पर डकैती हो रही है। स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक दफ्तर पहुंचे ओएचपी-बी के ठेका मजदूरों ने अपना दुखड़ा सुनाया।

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कार्यकारिणी की बैठक में सदस्यता अभियान के तहत भिलाई इस्पात संयंत्र के ओएचपी बी के मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल एवं ऑपरेशन के ठेका श्रमिकों ने आकर सदस्यता ग्रहण की। अपनी समस्याओं से अध्यक्ष संजय कुमार साहू को अवगत कराया।

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ठेका श्रमिकों को नहीं मिल रहा है न्यूनतम वेतन, एडब्ल्यूए राशि
ओएचपी बी के ठेका श्रमिकों ने बताया कि अधिकांश काम ठेका श्रमिकों द्वारा किया जा रहा है और यह विभाग भिलाई इस्पात संयंत्र का अति महत्वपूर्ण विभाग है। लेकिन ठेका लेने वाली कंपनी वेतन में 290 रुपए से 350 रुपए तक प्रतिदिन के हिसाब से देती है। एडब्ल्यूए किसी भी श्रमिक को नहीं मिलता। इसकी शिकायत ओएचपी के अधिकारियों से करने पर अधिकारी कम राशि में ठेका होने की बात करते हैं। श्रमिकों ने कहा कि हमें पूर्ण वास्तविक वेतन मिलना चाहिए।

ठेका श्रमिकों का उत्पादन में पूर्ण योगदान के बाद भी सुविधा नहीं के बराबर
ठेका श्रमिकों ने बताया कि हम लोग खाने के समय छुट्टी होने पर रेस्ट रूम नहीं होने के कारण साइकिल स्टैंड के नीचे जमीन पर बैठकर खाना खाते हैं। वहां पर ठेका श्रमिकों के लिए रेस्ट रूम एवं टॉयलेट और पीने की पानी की व्यवस्था होनी चाहिए, जबकि वहां पर बने बिल्डिंग में बहुत सारे रूम खाली हैं। जहां पर ठेका श्रमिकों के लिए रेस्ट रूम बनाया जा सकता है। नाश्ता एवं खाने के लिए कैंटीन की भी व्यवस्था नहीं है।

ठेका श्रमिकों को कैंटीन अलाउंस एवं अन्य सुविधाएं मिलनी चाहिए
श्रमिकों ने मांग की है कि हम लोगों का उत्पादन एवं लाभ में पूर्ण योगदान हैं। लेकिन प्रबंधन से हम लोगों को कोई सुविधा नहीं दी जाती। हम लोगों को कैंटीन एलाउंस एवं रात्रि भत्ता एवं साइकिल भत्ता और आवास भत्ता मिलना चाहिए।

अध्यक्ष संजय साहू ने कहा कि इस विषय पर ओएचपी के मुख्य महाप्रबंधक एवं अन्य विषयों पर उच्च प्रबंधन से चर्चा करेंगे। स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक ठेका श्रमिकों का वेतन समझौता एवं पूर्ण वास्तविक वेतन एवं अन्य सुविधाओं के लिए लगातार प्रयास कर रही है।

बैठक में सीपी वर्मा, दीनानाथ सिंह सार्वा, आर दिनेश, मनोहर लाल, सुरेश कुमार रिखी, राम साहू, गुरुदेव साहू, जसवीर सिंह, संतोष ठाकुर, जयराम ध्रुव, रामजस कौशिक, बसंत चेलक, अशोक कुमार नारायण, जयकुमार, कान्हा बलराम वर्मा एवं अन्य कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित थे।