भिलाई टाउनशिप: जान हथेली पर लेकर चल रहे लोग, सड़क पर बैठी है मौत

  • शाम होते ही शहर की सड़कों पर हर तरफ नजर आते हैं मवेशी।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई टाउनशिप (Bhilai Township) की सड़कों पर आप आवाजाही करते हैं तो संभल जाइए। किसी दिन हादसा होना तय है। रात के अंधेरे में मवेशियों का जमावड़ा है। दिन के उजाले में दो-चार मवेशियों का पकड़ने का अभियान चलता है, रात में नहीं। इसलिए आप खुद सतर्क हो जाइए।

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भिलाई की सड़कों पर जिधर जाओ उधर ही आवारा मवेशी। लेकिन आते कहां से हैं। इतने मवेशी खासकर शाम ढलते ही मवेशियों का जमावड़ा सड़कों पर नजर आने लगते हैं। आवारा मवेशी अंधेरी जगह पर दिखते नहीं है, वाहन चालक इससे टकरा कर गिर रहे हैं।

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जानकारी के मुताबिक बारिश के सीजन में जानवर सुखी जगह की तलाश में सड़कों पर रात गुजारते हैं। जबकि इन जानवरों के मालिक जब तक यह दूध देते हैं, तब तक उन्हें अपने पास रखते हैं। और जैसे ही इनका दूध खत्म हो जाता है। इन्हें सड़कों पर भगा देते हैं। और बारिश के मौसम में इन्हें चारे की कमी नहीं होती है।

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दिन भर हरा चारा खाते हैं और शाम होते ही सड़कों पर निकल आते हैं। लेकिन शाम होते ही यह उतने ही खतरनाक हो जाते हैं, क्योंकि दिखते नहीं है। कई बार इससे टकराकर राहगीर घायल होते हैं।

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कई अपनी जान गवाते हैं तो कई बड़े वाहनों से टकराकर यह मवेशी भी मर जाते हैं। लेकिन प्रशासन लगातार दावे कर रहा है। मोबाइल नंबर डिस्प्ले कर रहा है। इन नंबरों पर शिकायत करें, लेकिन यह देखा गया है ज्यादातर बार वह नंबर उठाया ही नहीं जाता है और उठा भी लेते हैं तो एकाक जानवरों को पकड़ने का अभियान चलाते हैं, उससे ज्यादा फोटोग्राफी की जाती है। लेकिन इतने अभियान के बाद भी सड़कों पर इतने मवेशी कहां से आ रहे हैं।

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कई समाजसेवी संगठन उनके गले में रेडियम बांधते हैं। रिफ्लेक्टर बांधते हैं, ताकि वाहन चालक को कम से कम दिखे। लेकिन आखिर प्रशासन के कुछ अधिकारी दबी जुबान पर यह भी कहते हैं अगर इन सारे जानवरों को उठ भी लिया जाए तो इन्हें हम रखेंगे कहां। और उनके खाने पीने की व्यवस्था करना नामुमकिन है।

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अक्सर यह देखा गया है भूखे प्यासे जानवर दम तोड़ देते हैं गौशालाओं में। लोगों का कहना है कि अगर इन्हें पकड़ना ही है तो रात में अभियान चलाएं, जिला प्रशासन एवं जिम्मेदार अधिकारियों से अपील है।

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