Chhath Puja 2025: पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय ने दिए अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य, सबके लिए मनीष ने की ये कामना

Chhath Puja 2025 Former minister Prem Prakash Pandey offered prayers to the Sun 1
  • आस्था, अनुशासन और आत्मशुद्धि का प्रतीक है, जो हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और नई उम्मीदों का संचार करता है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। छठ पूजा 2025: छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पाण्डेय आज सेक्टर-2 स्थित छठ तालाब पहुंचे, जहां उन्होंने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर पूजा-अर्चना की। उन्होंने छठ मइया से भिलाईवासियों सहित समस्त प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि, उत्तम स्वास्थ्य और सामाजिक सौहार्द की कामना की।

पूजन के पश्चात प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने श्रद्धालुओं से आत्मीय भेंट कर उनका हालचाल जाना और छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि छठ पर्व भारतीय संस्कृति का एक अनुपम उदाहरण है, जिसमें सूर्य देव की उपासना के माध्यम से प्रकृति, ऊर्जा और जीवन के प्रति आभार प्रकट किया जाता है।

उन्होंने कहा कि छठ एकमात्र ऐसा पर्व है, जिसमें हम अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देते हैं। यह परंपरा हमें सिखाती है कि हर अंत एक नई शुरुआत का संकेत है। यह पर्व आस्था, अनुशासन और आत्मशुद्धि का प्रतीक है, जो हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और नई उम्मीदों का संचार करता है।

दूसरी ओर भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं रायपुर प्रभारी मनीष पाण्डेय ने भिलाई नगर के विभिन्न छठ घाटों का भ्रमण कर श्रद्धालुओं से मुलाकात की और उन्हें पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। श्री पाण्डेय ने सेक्टर-2 छठ तालाब, छावनी स्थित शीतला शहीद चुम्मन यादव सरोवर, लक्ष्मण नगर, बापू नगर एवं सूर्यकुण्ड हाउस बोर्ड तालाब पहुंचकर श्रद्धालुओं से आत्मीय भेंट की और वरिष्ठजनों से आशीर्वाद प्राप्त किया।

इस अवसर पर मनीष पाण्डेय ने कहा कि छठ पूजा आस्था, पवित्रता और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का पर्व है, जो सूर्यदेव और छठ मइया की उपासना के माध्यम से मानव और प्रकृति के मधुर संबंध का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि छठ पर्व का प्रत्येक अनुष्ठान – अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने से लेकर उदीयमान सूर्य की आराधना तक – जीवन में अनुशासन, संयम और स्वच्छता के महत्व को दर्शाता है।

यह पर्व समाज में सामूहिकता, पवित्रता और पारिवारिक एकता की भावना को सशक्त बनाता है। उन्होंने सभी से अपील की है कि इस अवसर पर सूर्योपासना के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण, जलस्रोतों की स्वच्छता और समाज में सद्भाव बनाए रखने का संकल्प लें।