Ukraine के Technical Supervision में बीएसपी कोक ओवन बैटरी 7 की चिमनी-7 की मरम्मत, अब लाइट-अप

Chimney-7 of BSP coke oven battery 7 repaired at Technical Supervision of Ukraine, now light-up
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र में कोक ओवन बैटरी-7 की चिमनी-7 का प्रज्वलन निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता द्वारा संपन्न।
  • चिमनी-7 के प्रज्वलन हेतु की गई तैयारियों में बैटरी डेक के सूक्ष्म पुनर्निर्माण का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र (SAIL – Bhilai Steel plant) ने ‘कोक ओवन बैटरी-7 एवं 8 के पुनर्निर्माण’ परियोजना के तहत एक महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज करते हुए बैटरी-7 की चिमनी-7 का सफलतापूर्वक प्रज्वलन किया। यह समारोह संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता के नेतृत्व में संपन्न हुआ।

इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) एस. मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) प्रवीण निगम, कार्यपालक निदेशक (माइन्स) बी.के. गिरी, कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) राकेश कुमार, कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. रविंद्रनाथ एम., तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

इस आयोजन में मुख्य महाप्रबंधक (परियोजनाएं-वाणिज्यिक) अनुराग उपाध्याय, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजनाएं) उमेश भारद्वाज, मुख्य महाप्रबंधक (कोक ओवन एवं कोल केमिकल विभाग) तुलाराम बेहेरा, मुख्य महाप्रबंधक (सीईटी भिलाई उपकेंद्र) प्रणय कुमार, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजनाएं) मानस कुमार गुप्ता तथा संयंत्र के अन्य अधिकारी एवं यूक्रेन की फर्म मेसर्स सीयूआई के विशेषज्ञ भी उपस्थित थे।

चिमनी-7 के भीतर मरम्मत एवं रिफ्रैक्टरी कार्य का निष्पादन भिलाई की प्रतिष्ठित फर्म मेसर्स बीईसी द्वारा मेसर्स सीयूआई, यूक्रेन के तकनीकी पर्यवेक्षण में किया गया। इस संपूर्ण परियोजना का कुशल संचालन परियोजना प्रबंधक के रूप में महाप्रबंधक प्रभारी (परियोजनाएं-कोक, एसपी एवं ओएचपी) अरविंद गुप्ता तथा प्रमुख चालक के रूप में महाप्रबंधक (कोक ओवन एवं कोल केमिकल विभाग) ओ.पी. भट्ट के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।

चिमनी-7 के प्रज्वलन हेतु की गई तैयारियों में बैटरी डेक के सूक्ष्म पुनर्निर्माण का महत्वपूर्ण योगदान रहा। विस्तृत माइक्रो-प्लानिंग के तहत महत्वपूर्ण गतिविधियों की पहचान की गई और आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति की दैनिक निगरानी सुनिश्चित की गई।

संयंत्र के कोक ओवन एवं कोल केमिकल विभाग  तथा इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस विभाग द्वारा इस परियोजना की सफलता में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया गया।