एसएमएस 2 के नियर मिस मामले को लेकर सीटू पहुंचा मुख्य महाप्रबंधक के पास

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। 19 सितंबर को कनवर्टर शॉप (Converter Shop) में कार्य के दौरान गैस लगने से वहां कार्यरत कर्मी एवं सीटू कार्यकारिणी समिति के साथी श्याम प्रकाश बेहोश हो गए यह पूरा मामला नियर मिस का मामला होने के साथ-साथ दुर्घटना के बाद जो प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए थी उसका भी घोर उल्लंघन का मामला है जिसने कर्मचारियों की जान को खतरे में डाल दिया। सीटू ने इस पूरे केस का अध्ययन करने के बाद एसएमएस 2 के मुख्य महाप्रबंधक से मिलने के लिए कार्यालय पहुंचे वहां मुख्य महाप्रबंधक के अनुपस्थिति में महाप्रबंधक टी गोविंद से मिलकर पत्र देकर घटना की जांच करने को कहा इस पर महाप्रबंधक ने सकारात्मक कार्यवाही करते हुए तुरंत जांच कर उस रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की बात कही।

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यह घटना हुई थी 19 सितंबर को

दिनांक 19 सितंबर को दोपहर 3 बजे श्याम प्रकाश (मेकेनिकल) कनवर्टर शॉप (Converter Shop) में बूस्टर फैन नम्बर 2, इनलेट टैम्पर में ड्यूटी के दौरान विषैले गैस से प्रभावित होकर मूर्छित हो गये थे।इस दौरान वहां मौजूद अन्य साथियों ने उन्हें मेन मेडिकल पोस्ट न ले जाकर ड्यूटी समाप्त होने अर्थात 5.30 बजे के बाद उनके घर छोड़ने चले गए।परिवार के सदस्यों द्वारा नाराजगी व्यक्त करने एवं यह पूछे जाने के बाद कि यदि कुछ हो जाता तो कौन जिम्मेदारी लेता,तब उन्हें सेक्टर 9 अस्पताल कैज्युल्टी ले जाया गया, जहां आब्जर्वेशन में रखने के पश्चात रात्रि 8.30 बजे छुट्टी दे दी गई। इस बीच श्याम प्रकाश की बेहोशी पूरी तरह ठीक नहीं हुई थी। इस घटना के सम्बन्ध में इंज्यूरी फार्म भी नहीं भरा गया है।

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सुरक्षा मानकों का हुआ है उल्लंघन

चर्चा के दौरान यह बात भी स्पष्ट हुई की इस मामले की जानकारी विभाग के उच्च प्रबंधन को नहीं दी गई थी इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि विभागीय प्रबंधन, हादसे को छुपा कर लीपापोती करने की कोशिश कर रहा था। जिससे बड़ी घटना हो सकती थी एवं उक्त साथी की जान खतरे में भी पड़ सकती थी

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अधिशासी निदेशक संकार्य एवं डयरेक्टर (स्वास्थ्य एवं सुरक्षा) को भी दिया पत्र

विभाग प्रमुख के नाम से दिए हुए पत्र की प्रतिलिपि को अधिशासी निदेशक संकार्य एवं डायरेक्टर स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को मेल के माध्यम से भेजा गया सीटू हमेशा दुर्घटनाओं की गहराई से जांच कर उस रिपोर्ट के सार्वजनिक करने का पक्षधर रहा है क्योंकि सीटू का मानना है कि जांच के पश्चात रिपोर्ट सार्वजनिक कर सभी को यह संदेश देना होता है कि यह दुर्घटना घटी है अथवा यह नियर मिस की घटना हुई है जिसके अमुख कारण है एवं यह घटना दोबारा से ना घटे इसकी उचित व्यवस्था की जाए

जगन्नाथ प्रसाद त्रिवेदी
महासचिव CITU

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