- जोनल सम्मेलन में भाग लेने पांच प्रतिनिधि मनोज कुमार साह, केदारनाथ नाग, प्रकाश बोरकुटे, जितेंद्र कुमार, अमित प्रकाश को चुना गया।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। हिंदुस्तान स्टील एम्पलाइज यूनियन सीटू के मेडिकल जोन के मेडिकल टेक्नोलजिस्ट का सम्मेलन संपन्न हुआ। सम्मेलन की अध्यक्षता अजय कुमार आर्या ने किया। सम्मेलन की शुरुआत में अजय कुमार आर्या द्वारा 3 वर्ष में मेडिकल टेक्नीशियन विभाग में सीटू द्वारा किए गए कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। चर्चा के पश्चात रिपोर्ट पारित किया गया सम्मेलन में विशेष रूप से यूनियन के उपाध्यक्ष संतोष कुमार प्रुस्टी एवं मेडिकल जोन के सचिव संतोष कुमार उपस्थित थे।
मनोज कुमार साह संयोजक, केदारनाथ नाग बने उप संयोजक
सम्मेलन में संतोष प्रुस्टी ने पांच सदस्यों वाली विभागीय समिति एवं दो आमंत्रित सदस्यों का प्रस्ताव रखा जिसमें मनोज कुमार साह, केदारनाथ नाग, अजय कुमार आर्या, प्रकाश बोरकुटे, जितेंद्र कुमार, कौसर खान, अमित प्रकाश है।
सम्मेलन अध्यक्ष ने उपस्थित सदस्यों से प्रस्तावित समिति पर राय मांगी तो उपस्थित सदस्यों ने सर्वसम्मति से उपरोक्त विभागीय समिति पर अपनी सहमति जताते हुए चुन लिया। उसके पश्चात संयोजक हेतु मनोज कुमार साह एवं उपसंयोजक हेतु केदारनाथ नाग के नाम का प्रस्ताव रखा गया, सम्मेलन अध्यक्ष के राय मांगने पर कर्मचारियों ने अपनी सहमति जताई एवं दोनों साथियों को संयोजक एवं उपसंयोजक के पद पर चुन लिया।
सम्मेलन के अंत में जोनल सम्मेलन में भाग लेने हेतु पांच प्रतिनिधि मनोज कुमार साह, केदारनाथ नाग, प्रकाश बोरकुटे, जितेंद्र कुमार, अमित प्रकाश को चुना गया।
ये अनुभाग आते है मेडिकल टेक्निशियन विभाग में
सीटू के मेडिकल जोन के सचिव संतोष कुमार ने बताया कि मेडिकल जोन के मेडिकल टेक्नीशियन विभाग में ब्लड बैंक, टोटल पैथोलॉजी टेस्ट, एक्स-रे, एम आर आई, फिजियोथैरेपी आदि अनुभाग आते हैं जिनका काम पूरे सप्ताह 24 घंटे तीनो पालियो में चलता रहता है।
कोरोना हो या डेंगू बड़ी भूमिका अदा किया है ब्लड बैंक-स्कैनिंग विभाग ने
पूरे मध्य भारत में बेहतरीन ब्लड बैंकों में अपना नाम करने वाला भिलाई इस्पात संयंत्र का ब्लड बैंक सामान्य दिनों में मरीजों की जान बचाने के लिए काम करता रहता है वही डेंगू जैसे महामारी के समय बड़ी भूमिका अदा करता है डेंगू के समय न केवल अस्पताल में भर्ती मरीज के लिए प्लेटलेट्स का इंतजाम करता है बल्कि भिलाई के अन्य अस्पतालों को भी आवश्यकता अनुसार प्लेटलेट्स उपलब्ध करवाता है।
ये खबर भी पढ़ें: भिलाई स्टील प्लांट के पूर्व AGM अनिल सिंह के बेटे ने की आत्महत्या
वहीं एक्स-रे एवं स्कैनिंग विभाग ने कोरोना के समय फेफड़े का स्कैनिंग करके मरीजों के फेफड़ों में कोरोना वायरस के इन्फेक्शन की स्थिति को बताया जिससे आवश्यक इलाज एवं दवाइयां उपलब्ध करवाकर सैकड़ो मरीजों की जान बचाई जा सकती है।