- समारोह में वरिष्ठ अधिकारी, डॉक्टर, डी.एन.बी. के विद्यार्थी, इस्पात जनरल अस्पताल के शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित थे।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। आरएसपी के निदेशक प्रभारी अतनु भौमिक ने डीएनबी दिवस के अवसर पर डॉक्टरों को संबोधित करते हुए कहा, “सहानुभूति और करुणा के साथ चिकित्सा विशेषज्ञता बेहतर नैदानिक परिणाम और रोगी संतुष्टि लाती है।”
एसएसएच का प्रबंधन करने वाले अपोलो अस्पताल के सभागार में आयोजित वार्षिक डी.एन.बी. दिवस “एक्सुबेरंज़ा 2023’ समारोह के अवसर पर डॉक्टरों को बोकारो स्टील प्लांट के अतिरिक्त प्रभार सहित राउरकेला इस्पात संयंत्र (आर.एस.पी) के निदेशक प्रभारी अतनु भौमिक ने संबोधित किया।
मंच पर कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा) डॉ. बी.के. होता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा) एवं डी.एन.बी. समन्वयक डॉ. पी.के. महापात्र, अध्यक्ष (डी.एन.बी) डॉ. विशाल और सचिव (डी.एन.बी) डॉ. आशुतोष त्रिपाठी उपस्थित थे। समारोह में वरिष्ठ अधिकारी, डॉक्टर, डी.एन.बी. के विद्यार्थी, इस्पात जनरल अस्पताल के शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित थे।
निदेशक प्रभारी ने सामान्य दक्षता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले डी.एन.बी. विद्यार्थियों और विभिन्न क्रीड़ा प्रतियोगिताओं के विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने आई.जी.एच. और सी.एस.आर. गतिविधियों में उनके योगदान की भी सराहना की।
डॉ. होता ने एक अच्छे डॉक्टर के गुणों पर जोर दिया और इनको अपने अपने कार्यस्थल पर प्रदर्शित करने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। समारोह के दौरान गण्यमान्यों ने शैक्षिक उत्कृष्टता पुरस्कारों के साथ-साथ इस आयोजन के उपलक्ष्य में पहले से आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।
प्रारंभ में डॉ. पी.के. महापात्र ने स्वागत भाषण दिया और आई.जी.एच. में डी.एन.बी. गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। डॉ. आशुतोष त्रिपाठी ने डी.एन.बी. गतिविधियों की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जबकि डॉ. विशाल ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित किया। उद्घाटन कार्यक्रम का समापन उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा) डॉ. पुष्पा कुमारी के नेतृत्व में समूह गीत ‘हम होंगे कामयाब ….’ के साथ हुआ। इसके बाद शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित की गयी ।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2006 में आई.जी.एच. में डी.एन.बी. पाठ्यक्रम शुरू हुआ, जिससे स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में काफी वृद्धि हुई। अब तक 175 डॉक्टरों को 9 अलग-अलग स्ट्रीम में आई.जी.एच. से डी.एन.बी. प्रमाण-पत्र प्राप्त हुआ है और उत्तीर्ण प्रतिशत 72% रहा है।
आई.जी.एच. में अब पैथोलॉजी, रेस्पिरेटरी मेडिसिन, ऑर्थोपेडिक्स, पीडियाट्रिक्स, एनेस्थीसिया, प्रसूति एवं स्त्री रोग, जनरल सर्जरी, जनरल मेडिसिन और नेत्र विज्ञान में डी.एन.बी. पाठ्यक्रम प्रदान किए जाते हैं।