- सीटू ने दिया टाइम ऑफिस चालू रखने का सुझाव।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। बायोमेट्रिक फेस रीडिंग अटेंडेंस सिस्टम (Biometric Face Reading Attendance System) आने के बाद 1 जुलाई से ही ई- डीपीआर तथा 15 जुलाई को ओएलएएमएस बंद कर दिया गया। इसके बाद टाइम ऑफिस को बंद कर दिया गया।
सीटू ने इस पूरे मामले की गहराई से पड़ताल करने के बाद यह पाया है कि टाइम ऑफिस (TIme Office) को बंद करके टाइम ऑफिस (Time Office) में होने वाले काम को जिन्हें सौपा गया है, उससे ना केवल संयंत्र के कर्मी परेशान हो रहे हैं बल्कि मानव संसाधन विभाग एवं वर्क्स मैनेजमेंट भी परेशान है। टाइम ऑफिस (TIme Office) के संदर्भ में पुनर्विचार कर निर्णय लेने हेतु सीटू द्वारा किए गए पड़ताल की बिंदुवार रिपोर्ट सी एंड आईटी, एम एंड यू एवं ई डी वर्क्स के सामने पत्र के माध्यम से प्रस्तुत कर बैठक हेतु समय मांगा।
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जब ओलम्स था तो क्यों लिए नया सॉफ्टवेयर
सीटू ने पूछा कि जब प्रबंधन के पास छुट्टियों के हिसाब रखने के लिए ऑनलाइन लीव एप्लीकेशन मैनेजमेंट सिस्टम OLAMS (Online Leave Application Management System) जैसा बेहतरीन सॉफ्टवेयर था तो फिर बायोमेट्रिक अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम (Biometric Attendance Management System) के साथ छुट्टियों की व्यवस्था हेतु नया सॉफ्टवेयर क्यों खरीदा गया। क्योंकि एक तरफ नए सिस्टम में चेहरा दिखा कर हाजिरी पंच करने के बाद कभी सिंगल पंच दिखता है। वहीं दूसरी तरफ इस सिस्टम में छुट्टियां लेने के संयोजन(Combination) में अभी भी बहुत से गड़बड़ियां हैं।
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हर बदलती व्यवस्था को संभाला है टाइम ऑफिस
टोकन पद्धति से डीपीआर, डीपीआर से ई-डीपीआर एवं लीव बुक से ऑनलाइन लीव एप्लीकेशन मैनेजमेंट सिस्टम OLAMS (Online Leave Application Management System) आया तब टाइम ऑफिस ने बदलती हुई नई व्यवस्था को संभाल लिया तो फिर ई-डीपीआर (E-DPR) से बीएएमएस BAMS आया तो उस व्यवस्था को संभालने के लिए टाइम ऑफिस को जिम्मेदारी देने के बजाय टाइम ऑफिस को बंद क्यों किया जा रहा है।
हाजिरी एवं छुट्टी सुधारने में लगे हैं अधिकांश अधिकारी
सीटू ने कहा टाइम ऑफिस के काम को बंद करके उसके काम को संयंत्र के सभी विभागों के कार्मिक विभाग एवं वर्क्स प्रबंधन को देना क्या उचित है क्योंकि बायोमेट्रिक फेस रीडिंग अटेंडेंस सिस्टम शुरू होने के बाद से लेकर अब तक यह देखा गया कि कार्मिक विभाग एवं विभागों के वर्क्स प्रबंधन के अधिकारी सब काम छोड़कर कर्मियों के हाजिरी को सुधारने एवं छुट्टी को दुरुस्त करने के काम में लग गए हैं।
पहले जैसे तीन-तीन दिन में दुरुस्त करें हाजिरी
पहले तीन दिनों में हाजिरी पास होकर टाइम ऑफिस चला जाता था अब महीने भर की हाजिरी को अगले महीने के 5 तारीख को दुरुस्त कर आगे भेजने की बात कही गई है। फिर से हाजिरी को तीन दिन के अंदर दुरुस्त करके आगे बढ़ाने की व्यवस्था शुरू की जाए।
सीटू के संज्ञान में यह बात आई है कि जुलाई माह में सेवानिवृत हुए कर्मियों के छुट्टियां के हिसाब में गड़बड़ी हुई है जिसके कारण उन्हें कुछ दिनों का कम वित्तीय भुगतान किया गया है, जिसका सीटू अध्ययन कर रहा है बहुत जल्दी खुलासा करेगा।
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6 कर्मी संभाल रहे थे संयंत्र के सभी कर्मियों की हाजिरी एवं छुट्टियां
पहले सभी विभागों में टाइम ऑफिस कार्य किया करता था, जिसे कम करते हुए मात्र दो जगह से टाइम ऑफिस के काम को संचालित किया जाने लगा, जिसमें मात्र 6 कर्मचारी कार्यरत है। 6 कर्मचारियों के द्वारा पूरे प्लांट के सभी कर्मचारी एवं अधिकारियों का हाजिरी छुट्टियां एवं अंतिम भुगतान से संबंधित कार्य को सुचारू रूप से किया जाता रहा है।
सीटू ने दिया टाइम ऑफिस चालू रखने का सुझाव
सीटू ने कहा कि अभी बीएएमएस द्वारा बायोमेट्रिक अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम (Biometric Attendance System) से हाजिरी लिया जा रहा है साथ में ऑनलाइन लीव एप्लीकेशन मैनेजमेंट सिस्टम OLAMS में छुट्टियां भरने का प्रावधान को यथावत रखा जाना चाहिए।
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इन दोनों माध्यमों से प्राप्त हुए डाटा को टाइम ऑफिस में भेज देना चाहिए। टाइम ऑफिस इस डाटा को व्यवस्थित करके पेमेंट हेतु आगे बढ़ा देगा इससे कार्मिक विभाग एवं वर्क प्रबंधन पर पड़ रहे अतिरिक्त दबावो को कम किया जा सकेगा। जिससे कार्मिक प्रबंधन अपने काम को तथा वर्क प्रबंधन उत्पादन के काम को सुचारू रूप कर सकेगा।