Durgapur Steel Plant: हड़ताल में हंगामा, धक्का-मुक्की, पुलिस ने संभाला मोर्चा, ये रही अटेंडेंस

Durgapur Steel Plant: Uproar, pushing and shoving during the strike, police took charge
इंटक, सीटू, एचएमएस, एटक और बीएमएस के नेताओं के नेतृत्व में दुर्गापुर स्टील प्लांट में हड़ताल के लिए घेराबंदी की थी।
  • एनजेसीएस यूनियनों और स्थानीय यूनियन के बीच जमकर कहासुनी।

सूचनाजी न्यूज, दुर्गापुर। सेल के दुर्गापुर स्टील प्लांट (SAIL Durgapur Steel Plant) में हड़ताल के दौरान हंगामा हो गया। एनजेसीएस यूनियनों (NJCS Union) और स्थानीय यूनियन के बीच तीखी बहस हुई। पुलिस को मामला शांत करना पड़ा। करीब डेढ़ घंटे तक गेट पर विवाद की स्थिति बनी रही। इधर, प्रोडक्शन ठप हो गया।

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अटेंडेंस को लेकर यूनियनों की तरफ से दावा किया जा रहा है कि करीब 55 प्रतिशत हाजिरी रही, जबकि शेष छुट्टी पर थे। ड्यूटी नहीं आए और हड़ताल का समर्थन किए।

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इंटक, सीटू, एचएमएस, एटक और बीएमएस के नेताओं के नेतृत्व में दुर्गापुर स्टील प्लांट (Durgapur Steel Plant) में हड़ताल को सफल करने के लिए घेराबंदी की गई थी। सुबह से ही गेट पर घेराव कर दिया गया था। वहीं, कुछ विभागों में कर्मचारी ड्यूटी नहीं पहुंचे, जिसकी वजह से उत्पादन पर सीधा असर पड़ने लगा।

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उत्पादन पर प्रभाव पड़ते ही प्रबंधन सक्रिय हुआ। इसी बीच तृणमूण कांग्रेस समर्थित यूनियन के सदस्य गेट पर पहुंचे और एनजेसीएस यूनियन के नेताओं का विराध किया। आरोप लगाया कि कर्मचारियों से धक्का-मुक्की की गई है।

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ड्यूटी जाने वाले कर्मचारियों से बदतमीजी की गई। यह बर्दास्त नहीं किया जाएगा। इसको लेकर एनजेसीएस यूनियनों ने तल्ख लहजे में जवाब दिया। कहासुनी बढ़ती गई। इसके बाद पुलिस को दखल देना पड़ा।

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वहीं, प्रबंधन की तरफ से एनजेसीएस यूनियनों (NJCS Union) से अपील की गई थी कि कर्मचारियों को प्लांट में जाने दीजिए, ब्लास्ट फर्नेस का प्रोडक्शन बंद हो रहा है। कोक ओवन सुबह 6 बजे से साढ़े 7 बजे तक बंद रहा। मिडियम स्ट्रक्चरल मिल, सिंटर प्लांट, आरएमएचपी, एसएमएस में काम प्रभावित हुआ।

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पुलिस की घेराबंदी और स्थानीय यूनियन के समर्थन से ठेका मजदूरों और जूनियर आफिसरों को प्लांट में ले जाया सका। इसके बाद 9 बजे से बाद किसी तरह प्लांट में प्रोडक्शन बहाल हो सका। वहीं, एनजेसीएस यूनियन के नेता इस्पात भवन गेट पर डटे हुए हैं। एनजेसीए यूनियनों के मुताबिक ए शिफ्ट में 48 प्रतिशत अटेंडेंस थी। बी शिफ्ट में 35 प्रतिशत, जनरल शिफ्ट में 60 प्रतिशत रही।

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