ईपीएस 95 पेंशनभोगियों की जंग सड़क पर शुरू, संसद भी न्यूनतम-हायर पेंशन छाई

EPS 95 pensioners' movement begins on the streets, Parliament also dominates minimum-higher pension
हल्दिया, पश्चिम बंगाल में एक इतिहास रचा गया, जहाँ सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के ट्रेड यूनियनों ने विरोध प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
  • क्या प्रधानमंत्री या वित्त मंत्री इस पर कोई घोषणा करेंगे?

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन (EPS 95 Minimum Pension) और हायर पेंशन (Higher Pension) की जंग जारी है। गुरुवार को हल्दिया, पश्चिम बंगाल में एक इतिहास रचा गया, जहाँ सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के ट्रेड यूनियनों ने श्रमिकों के साझा मुद्दों पर प्रदर्शन के लिए एकजुट होकर उन मांगों के शीघ्र समाधान की मांग की।

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इस पर एक पेंशनभोगी लिखते हैं कि सभी आंदोलनकारी ईपीएस 95 पेंशनभोगी संघ (EPS 95 Pensioners Union) ईपीएस 95 पेंशन मुद्दों के शीघ्र समाधान के लिए इसी तरह की रणनीतियों पर गंभीरता से विचार कर सकते हैं।

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पेंशनभोगी सी उन्नीकृष्णन का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार ईपीएस पेंशन के बारे में क्या? हमें (पूर्व सेवानिवृत्त या 2014) नई पेंशन और बकाया कब मिलना शुरू होगा? क्या प्रधानमंत्री या वित्त मंत्री इस पर कोई घोषणा करेंगे?

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अब जबकि संसद सत्र चल रहा है। एनके प्रेम चंद्रन या सुप्रिया सुले संसद में इस मामले को गंभीरता से उठाएँगे। जैसा कि वे पहले कर रहे थे। अब हमें इस सरकार की उम्मीदों और गारंटी पर भरोसा नहीं रहा। इसलिए हम विपक्षी नेताओं से अनुरोध करते हैं कि वे हमारी मदद करें और सुनिश्चित करें कि हमें 1 जनवरी, 2025 तक नई पेंशन मिल जाए।

वहीं, पेंशनभोगी संतोष स्वरूप लिखते हैं कि लेकिन ईपीएस-95 पुराने पेंशनभोगियों का क्या? क्या उन्हें सरकार नजर अंदाज करती रहेगी।

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