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Bhilai Steel Plant के दलदल में फंसी Excavator, इकबाल-रहीम बने खेवनहार

Bhilai Steel Plant के दलदल में फंसी Excavator, इकबाल-रहीम बने खेवनहार
  • वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पुरैना बस्ती के पास साफ-सफाई के लिए Excavator गया था। जहां दलदल में फंस गया।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल भिलाई स्टील प्लांट-बीएसपी के प्लांट गैरेज एमईआरएस की टीम ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। जमीन से करीब 10 फीट नीचे धंस चुकी 30 टन की खुदाई मशीन Excavator को तीन दिन की मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया गया है।

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दो दिन और दलदल में मशीन फंसी रहती तो बीएसपी को लाखों रुपए की चपत लगती। लेकिन कंपनी को नुकसानी से बचा लिया गया है। दलदल में फंसने की वजह से मशीन पर मिट्‌टी-किचड़ जम चुके थे। बताया जा रहा है कि सफाई के दौरान दो हाइवा गंदगी मशीन से साफ की गई है।

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वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पुरैना बस्ती के पास साफ-सफाई के लिए Excavator गया था। जहां दलदल में फंस गया। चालक को किसी तरह बाहर निकल आया, लेकिन मशीन जमीन में धंसती गई। दलदल एरिया होने की वजह से इसे बाहर निकालने में काफी मशक्कत आ रही थी। एचओडी बाबू ने खुद मोर्चा संभाला।

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जीएम संतोष संतोष जॉर्ज और सीनियर मैनेजर ललित यादव की देखरेख में दो रोजेदारों को काम पर लगाया गया। क्रेन ऑपरेटर इकबाल मोहम्मद और डोजर ऑपरेटर अब्दुल रहीम ने रोजे की हालत में पूरे दिन कोशिश करके बीएसपी को आर्थिक नुकसान से बचा लिया है।

विभागीय अधिकारी इन दोनों रोजेदारों की तारीफ कर रहे हैं। इनका कहना है कि असंभव को इकबाल और रहीम ने संभव कर दिखाया है। निश्चित रूप से ये बधाई के पात्र हैं।

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बताया जा रहा है कि छोटी क्रेन से मशीन बाहर नहीं निकल पा रही थी। इसके बाद 75 टन की क्रेन मंगाई गई, जिसे इकबाल मोहम्मद ऑपरेट कर रहे थे। दलदल में फंसी क्रेन की कीमत करीब 50 लाख से अधिक की बताई जा रही है। सबसे पहले जेसीबी से रददी निकाला गया।

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रैंप बनाने के बाद 75 टन के क्रेन से दलदल में फंसी मशीन को बाहर निकालने में कामयाबी मिली। Excavator निकलने से बीएसपी को सीधेतौर पर 15 से 20 लाख रुपए की बचत हुई है।