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BSP Accident में झुलसे ठेका मजदूर का शव लेने को परिवार तैयार, नौकरी और 4 लाख कैश पर बनी बात

BSP Accident में झुलसे ठेका मजदूर का शव लेने को परिवार तैयार, नौकरी और 4 लाख कैश पर बनी बात
  • बीएसपी आइआर विभाग के जीएम जेएन ठाकुर ने स्पष्ट रूप से कहा-पॉलिसी के बाहर जाकर एक लाइन नहीं लिखेंगे। नियम के अनुसार ही काम करेंगे। इसके बाहर नहीं जाएंगे। एक-एक कर नियम समझाते गए परिवर राजी होता गया।

अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल में अनुकंपा नियुक्ति की पॉलिसी में बदलाव होने की वजह से एक विवादित मामला अब हल हो गया है। बीएसपी हादसे में झुलसे ठेका मजदूर की मौत के बाद अनुकंपा नियुक्ति को लेकर बुधवार सुबह से शाम तक हंगामा होता रहा। आखिरकार भट्‌ठी थाना में परिवार, ठेकेदार और बीएसपी प्रबंधन के बीच सहमति बन गई है। बीएसपी छोटे भाई को अनुकंपा नियुक्ति देगी। ठेकेदार 4 लाख का चेक और 25 हजार रुपए अंतिम संस्कार के लिए देने का तैयार हो गया है। गुरुवार को पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार किया जाएगा। बता दें कि मंगलवार रात करीब 10 बजे आखिरी सांस ली। बुधवार को विवाद के चलते पोस्टमार्टम नहीं हो सका। गुरुवार दोपहर बाद ही अंतिम संस्कार शुरू होगा। करीब 40 घंटे तक शव मरच्यूरी में ही रहेगा।

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25 अप्रैल को बीएसपी के एसएमसस-2 के कांटीनुअस कास्टिंग शॉप के कास्टर 6 में वेल्डिंग के दौरान भीषण आग लगने से चार मजदूर झुलस गए थे। आग की चपेट में आने से कैंप निवासी 34 वर्षी रंजीत सिंह 100 प्रतिशत झुलस गया था। सेक्टर-9 हॉस्पिटल में उपचार चल रहा था। मंगलवार रात इलाज के दौरान रंजीत ने दम तोड़ दिया है।

बुधवार सुबह से सेक्टर-9 हॉस्पिटल के मरच्यूरी के बाहर हंगामा होता रहा। परिवार के तरफ से लिखित में नौकरी का आश्वासन मांगा गया। पात्रता के चलते मामला फंस रहा था। इसके बाद परिवार ने शव लेने से इन्कार कर दिया था। प्रबंधन के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के लिए आक्रोशित लोग भट्‌ठी थाने पहुंचे।

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यहां बीएसपी आइआर विभाग के जीएम जेएन ठाकुर पहुंचे। जेएन ठाकुर ने स्पष्ट रूप से कहा कि पॉलिसी के बाहर जाकर एक लाइन नहीं लिखेंगे। नियम के अनुसार ही काम करेंगे। इसके बाहर नहीं जाएंगे। नियम एक-एक कर समझाया गया।

उन्होंने सुबह दिए गए ऑफर लेटर को सामने रखा और सेल की नई पॉलिसी की जानकारी देते हुए एक-एक बिंदुओं को विस्तार से समझाया। इसके बाद परिवार वाले सुबह का ही ऑफर लेटर स्वीकार कर लिया। बीएसपी से मामला सेट होने के बाद ठेकेदार की बारी आई। परिवार ने 20 लाख रुपए की मांग की।

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ठेकेदार की तरफ से ढाई लाख रुपए देने की बात बोल दी गई। इसके बाद मोलभाव होता रहा। अंत में 4 लाख रुपए के चेक पर मामला हल हो गया। इसके अलावा 25 हजार रुपए अंतिम संस्कार के लिए ठेकेदार के द्वारा कैश दिया गया है। शाम होने की वजह से अब परिवार गुरुवार सुबह शव को स्वीकार करेंगे। पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके बाद अंतिम संस्कार होगा। वहीं, दिनभर चले हंगामे के दौरान बीएसपी इंटक ठेका यूनियन के अध्यक्ष संजय साहू, सीटू ठेका यूनियन के महासचिव योगेश कुमार सोनी, बीएसपी कांट्रैक्टर वेलफेयर एसोसिएशन से मधुसूदन शर्मा, त्रिलोकी सिंह, फरहत खान, नवीन सिंह आदि मौजूद रहे।