SAIL से जबरन रिटायर्ड GM राजीव भाटिया ने फोड़ा एक और बम, इस्पात सचिव को लिखा भ्रष्टाचार पर ये…

GM Rajeev Bhatia, who was forcibly retired from SAIL, wrote this to the Steel Secretary on corruption…
  • मेसर्स आर.एन. इंफ्रा प्रोजेक्ट्स को 8,000 टन से अधिक टीएमटी बार की बिक्री से संबंधित शिकायत है।

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) सीएमओ कोलकाता से जबरन रिटायर किए गए जीएम राजीव भाटिया ने एक और बम फोड़ दिया है। सेल के भ्रष्टाचार की शिकायत इस्पात मंत्रालय के सचिव से की है।

ये खबर भी पढ़ें: Director Incharge Trophy 2024-25 की विजेता टीमों को निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने किया सम्मानित

राजीव भाटिया ने अपने शिकायती पत्र में मुनीश आहूजा और अन्य सेल अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायती पत्र में लिखा है कि टीएमटी बार की बिक्री में की गई अनियमितताओं पर एक और शिकायत। इस बार यह मेसर्स आर.एन. इंफ्रा प्रोजेक्ट्स को 8,000 टन से अधिक टीएमटी बार की बिक्री से संबंधित है।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई इस्पात संयंत्र की 16 टीमों ने जीता एपेक्स अवार्ड, URM को बेस्ट सजेशन अवॉर्ड

मुनीश आहूजा को जनवरी 2019 में पूर्वी क्षेत्र का क्षेत्रीय प्रबंधक नियुक्त किया गया था और वे भारत के लोकपाल के 10.01.2024 के आदेश के बाद जनवरी 2024 में अन्य 28 अधिकारियों के साथ निलंबित होने तक इस पद पर बने रहे।

ये खबर भी पढ़ें: Bhilai Steel Plant: स्टील मेल्टिंग शॉप 3 ने 16 एमटी उत्पादन का मील का पत्थर किया पार

राजीव भाटिया का कहना है कि गहन शोध के बाद मेरे विस्तृत विश्लेषण के अनुसार, मुझे पता चला है कि पूर्वी क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, श्री आहूजा ने “परियोजनाओं के लिए लागू नीति और डीओपी” का धोखाधड़ी से उपयोग करके “छद्म-परियोजनाओं उर्फ व्यापारियों/पुनः-विक्रेताओं” को लगभग 1.75 से 1.80 लाख टन स्टील उत्पादों (मुख्य रूप से टीएमटी बार) की आपूर्ति करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

ये खबर भी पढ़ें: बोकारो स्टील प्लांट के 500 आवासों पर लगने जा रही पीवीसी पानी टंकी, बीएकेएस की ये भी मांग

यह उल्लेखनीय होगा कि उपरोक्त 1.75 से 1.80 लाख टन में से अधिकांश मात्रा आहूजा द्वारा “छद्म परियोजनाओं उर्फ व्यापारियों/पुनर्विक्रेताओं” को आपूर्ति की गई है, जब उन्हें प्रबंधन द्वारा मेरे खिलाफ शुरू की गई अनुशासनात्मक कार्रवाई में जांच अधिकारी नियुक्त किया गया था।

ये खबर भी पढ़ें: SAIL Big News: दुर्गापुर स्टील प्लांट में CO2 उत्सर्जन कम करने का ट्रॉयल शुरू, बना भारत का पहला प्लांट

राजीव भाटिया का आरोप है कि आहूजा को जांच अधिकारी के रूप में नियुक्त करने का समय महत्वपूर्ण है, क्योंकि तब उन्हें मेसर्स वेंकटेश इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड (M/s Venkatesh Infra Project Private Limited) को टीएमटी बार की आपूर्ति के संबंध में पूरी शिकायत औपचारिक रूप से सौंपी गई थी।

ये खबर भी पढ़ें: NJCS नेता राजेंद्र सिंह उतरे मैदान में कहा-अधिकारियों की खून की प्यास नहीं हो रही खत्म, दलाल यूनियनों पर फूटा गुस्सा

इसकी शिकायत अध्यक्ष-सेल और निदेशक (वाणिज्यिक) से की गई थी। आहूजा द्वारा सेल की खुलेआम लूट तथा ऐसा करने के लिए आहूजा को प्रोत्साहित करने और पुरस्कृत करने में सेल प्रबंधन का पूर्ण समर्थन स्पष्ट है। इसलिए “रक्षक ही भक्षक हो गए।”

ये खबर भी पढ़ें: SAIL News: म्युचुअल ट्रांसफर को मंजूरी देने में भेदभाव, कंपनी का नहीं, कुछ अधिकारियों का चल रहा सिक्का-BAKS