Good News: लर्निंग लाइसेंस बनवाने RTO Office के नहीं लगाने पड़ेंगे चक्कर, यहां मिल रही सुविधा

  • परिवहन सुविधा केन्द्र के संचालकों को जरूरी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।

सूचनाजी न्यूज, दुर्ग। अब ड्राइविंग लाइसेंस (DL) बनाने के लिए काफी सुविधाएं बढ़ चुकी है। इसकी प्रक्रिया को फॉलो करने रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिसर (RTO) के कार्यालय में चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। आपका काम आसानी से हो जाएगा। आपके निकट स्थान पर प्रक्रिया हो जाएगी।

ये खबर भी पढ़ें Breaking News: भिलाई स्टील प्लांट की कैंटीन में गिरा कर्मचारी, मचा हड़कंप, पिछले दिनों रेस्ट रूम में मिल चुकी है लाश

शासन द्वारा इसके लिए ‘परिवहन सुविधा केंद्र स्थापित’ किया जा रहा है। परिवहन सुविधा केन्द्र के संचालकों को जरूरी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।

ये खबर भी पढ़ें बधाई होईपीएस 95 हायर पेंशन यहां चालू, 18 लाख मिला एरियर

छत्तीसगढ़ शासन के परिवहन विभाग दुर्ग संभाग अंतर्गत जिला मुख्यालय में लर्निंग लाइसेंस बनवाने के लिए परिवहन सुविधा केंद्र स्थापित किया गया है। परिवहन सुविधा केंद्र में शिक्षित युवाओं को रोजगार उपलब्ध हुआ है। तो दूसरी ओर आम लोगों को RTO से रिलेटेड फैसिलिटीज घर के पास मिल जा रहा है।

ये खबर भी पढ़ें Job Alert 2024: Indian Air Force में जुड़ने का शानदार मौका, 2500 पोस्ट, तगड़ी Salary, ऐसे करें Apply

दुर्ग संभाग के अंतर्गत आने वाले कबीरधाम, बेमेतरा, बालोद, राजनांदगांव और दुर्ग में संचालित परिवहन सुविधा केंद्र के संचालकों के कार्यों की समीक्षा बैठक बीते दिनों दुर्ग स्थित कलेक्ट्रेड ऑडिटोरियम में की गई थी। इस बैठक में दुर्ग के RTO एसएल.लकड़ा, नया रायपुर स्थित परिवहन मुख्यालय के ARTO प्रतीक शुक्ला, परिवहन निरीक्षक विष्णु प्रसाद ठाकुर, दुर्ग RTO के सहायक सांख्यिकी अधिकारी सुभाष बंजारे की मौजूदगी में संचालकों को स्कीम्स के बारे में विस्तार से बताया गया।

ये खबर भी पढ़ें BIG BREAKING: Highway पर बड़ा Accident, ट्रेलर-बस की भीषण टक्कर, अब तक 18 की मौत, 30 से ज्यादा जख्मी

इस मीटिंग में परिवहन सुविधा केंद्र के संचालकों के साथ योजनाओं से संबंधित बिंदुवार चर्चा की गई। प्रतीक शुक्ला के द्वारा योजना के सफल क्रियान्वयन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

गौरतलब है कि DL धारण करने से पूर्व छह महीने के लिए लर्निंग लाइसेंस बनाए जाने का नियम है। लर्निंग अर्थात अध्ययन और ट्रैफिक की बुनियादी जानकारियों से अवगत होने का वक्त माना जाता है। लर्निंग लाइसेंस धारण करने के निर्धारित समय अवधि के बाद ही पक्का लाइसेंस (DL) बन पाता है।

ये खबर भी पढ़ें निजीकरण से बचाने का एकमात्र रास्ता SAIL में FSNL का विलय, SEFI ने झोंकी ताकत