- ठेका श्रमिकों का पूरा वेतन नहीं मिलता। पूरा सीपीएफ जमा नहीं होता एवं शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के ठेका मजदूरों की समस्याएं कम नहीं हो रही है। स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक के कार्यकारिणी की बैठक सेक्टर 4 कार्यालय में हुई। भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्यरत ठेका श्रमिकों की समस्याओं पर चर्चा की गई।
एचएससीएल का आईआर क्लीयरेंस बीएसपी करे
भिलाई इस्पात संयंत्र के उत्पादन एवं रखरखाव में एचएससीएल के द्वारा बीएसपी में प्रचलन का ठेका लिया जा रहा है, जिसमें ठेका श्रमिकों की संख्या हजारों में है। लेकिन एचएससीएल प्रिंसिपल इम्प्लायर होने के कारण आईआर क्लीयरेंस एचएससीएल करता है, जिसके कारण ठेका श्रमिकों का पूरा वेतन नहीं मिलता।
पूरा सीपीएफ जमा नहीं होता एवं शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं होती। एचएससीएल के ठेका में कार्यरत ठेका श्रमिकों का बायोमेट्रिक पंजीयन भी नहीं हुआ है, जिसके कारण हजारों श्रमिकों का बायोमेट्रिक से पंजीयन नहीं होने से उनकी सही उपस्थिति के अनुसार वेतन नहीं मिल पाता।
ठेका श्रमिकों को नहीं मिलती अंतिम भुगतान एवं छुट्टी की राशि
एचएससीएल ठेका के अंतर्गत कार्य किए हजारों श्रमिकों का ठेका समाप्ति के पश्चात अंतिम भुगतान एवं छुट्टी की राशि का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है, जिसमें हजारों श्रमिकों का लगभग 50 करोड़ रुपए का अंतिम भुगतान नहीं हुआ है। इसकी शिकायत श्रमिकों ने श्रम आयुक्त से की है। उसके उपरांत भी अभी तक भुगतान नहीं हुआ है।
एचएससीएल के ठेका श्रमिकों का संयंत्र में दुर्घटना में मृत्यु होने पर मिले अनुकंपा नियुक्ति के लाभ
मजदूरों ने कहा-बीएसपी में उत्पादन प्रचलन एवं रखरखाव का ठेका एचएससीएल को ठेकेदार के रूप में दिया जा रहा है। लेकिन नियम के अनुसार संयंत्र में कार्य के दौरान दुर्घटना में मृत्यु होने पर एचएससीएल अलग से प्रिंसिपल इम्प्लायर होने के कारण एचएससीएल ठेका में कार्यरत ठेका श्रमिकों के परिवारों को अनुकंपा नियुक्ति नहीं देता।
स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक सेल प्रबंधन से इस नियम को सुधार करने हेतु पत्र लिखा है। एचएससीएल के ठेका श्रमिकों को भी अनुकंपा नियुक्ति का लाभ मिले।
स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक के अध्यक्ष संजय कुमार साहू ने कहा कि इस विषय पर बीएसपी प्रबंधन से पत्र व्यवहार एवं बैठक कर चर्चा की गई है और उच्च प्रबंधन से चर्चा की जाएगी।
बैठक में सीपी वर्मा, दीनानाथ सिंह सार्वा, आर दिनेश, गुरुदेव साहू, मनोहर लाल, सुरेश श्याम, कुंवर सुरेश दास टंडन, कान्हा देवेंद्र कुमार, दामन लाल, दौऊलाल, यशवंत यादव, मनहरण नारायण, नरेन्द्र एवं कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे।