श्रम राज्य मंत्री ने लोकसभा में महिलाओं के कार्यबल पर पेश की रिपोर्ट, बढ़ा ग्राफ

Minister of State for Labor presented report on women workforce in Lok Sabha, graph increased
सरकार ने महिला श्रमिकों के लिए समान अवसर और अनुकूल कार्य वातावरण के लिए श्रम कानूनों में अनेक प्रावधान शामिल किए हैं।
  • केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे द्वारा राज्यसभा में जानकारी दी गई।

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। नवीनतम वार्षिक पीएलएफएस रिपोर्ट (Latest Annual PLFS Report) में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, 2017-18 से 2023-24 के दौरान 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं के लिए सामान्य स्थिति पर रोजगार और श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) को दर्शाने वाला अनुमानित श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) निम्नानुसार है:

ये खबर भी पढ़ें: बीएसपी कोक ओवन: कर्मचारियों को मिला कर्म शिरोमणि अवॉर्ड

आंकड़े बताते हैं कि श्रमबल और कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी पिछले कुछ वर्षों में काफी बढ़ गई है।
रोजगार सृजन के साथ-साथ रोजगार क्षमता में सुधार करना सरकार की प्राथमिकता है। सरकार ने कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने और बढ़ाने के लिए विभिन्न पहल/उपाय किए हैं।

ये खबर भी पढ़ें: SAIL BSL: डायरेक्टर इंचार्ज बीके तिवारी ने दिलाई शपथ, 58 अधिकारियों को दिया मंत्र

सरकार ने महिला श्रमिकों के लिए समान अवसर और अनुकूल कार्य वातावरण के लिए श्रम कानूनों में अनेक प्रावधान शामिल किए हैं, जैसे कि मातृत्व अवकाश, लचीले कार्य घंटे, समान मजदूरी आदि।

ये खबर भी पढ़ें: Big Breaking News: सीबीआई ने बिछाया जाल, EPFO के क्षेत्रीय आयुक्त समेत 3 गिरफ्तार, 10 लाख की रिश्वत का मामला

सरकार महिला एलएफपीआर के साथ-साथ समग्र एलएफपीआर को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं लागू कर रही है जैसे प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई), स्टैंड-अप इंडिया योजना, स्टार्टअप इंडिया, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी), विज्ञान और इंजीनियरिंग में महिलाएं- किरण (वाइज-किरण), एसईआरबी-पावर (खोजपूर्ण अनुसंधान में महिलाओं के लिए अवसरों को बढ़ावा देना), महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (एमजीएनआरईजीएस), पंडित दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (डीडीयू-जीकेवाई), ग्रामीण स्वरोजगार और प्रशिक्षण संस्थान (आरएसईटीआई), दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डीएवाई-एनयूएलएम), उत्पादन से जुड़ा प्रोत्साहन आदि। भारत सरकार द्वारा लागू की जा रही विभिन्न रोजगार सृजन योजनाओं/कार्यक्रमों का विवरण https://dge.gov.in/dge/schemes_programmes पर देखा जा सकता है।

ये खबर भी पढ़ें: NMDC ने जीता “पीआर को लागू करने वाले सर्वश्रेष्ठ सार्वजनिक क्षेत्र के संगठन” का पुरस्कार

महिला श्रमिकों की रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों, राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थानों और क्षेत्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थानों के नेटवर्क के माध्यम से उन्हें प्रशिक्षण प्रदान कर रही है।

ये खबर भी पढ़ें: इस्पात मंत्री, SAIL प्रबंधन कर्मचारियों को कर रहा गुमराह, NJCS महज दिखावटी, चेयरमैन-डायरेक्टर पर केस क्यों नहीं

इसके अलावा, सरकार ने बजट 2024-25 में 2 लाख करोड़ रुपये के केंद्रीय परिव्यय के साथ 5 साल की अवधि में 4.1 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार, कौशल और अन्य अवसरों की सुविधा के लिए 5 योजनाओं और पहलों के प्रधानमंत्री पैकेज की घोषणा की थी।

ये खबर भी पढ़ें: SAIL क्रिकेट चैम्पियनशिप 2024-25: राउरकेला स्टील प्लांट ने VISL भद्रावती को और ISP बर्नपुर ने DSP को हराया

बजट में अन्य नीतिगत हस्तक्षेपों के अलावा, कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी के लिए उद्योग के सहयोग से कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास और क्रेच स्थापित करने की भी घोषणा की गई थी। यह जानकारी केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे द्वारा राज्यसभा में दी गई है।

ये खबर भी पढ़ें: Varanasi News: रिक्शा से चलने वाले 7 बार के पूर्व विधायक ‘दादा’ ने दुनिया को कहा अलविदा, पीएम मोदी डूबे शोक में