- लौह अयस्क का 45.02 मिलियन टन उत्पादन किया और 44.48 मिलियन टन बिक्री की।
सूचनाजी न्यूज, हैदराबाद। भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी (Iron Ore Producer NMDC) ने सोमवार को वित्त वर्ष 24 के परिणाम घोषित किए। वित्त वर्ष 24 में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज करते हुए कंपनी ने लौह अयस्क का 45.02 मिलियन टन उत्पादन किया और 44.48 मिलियन टन बिक्री की।
वित्त वर्ष 23 की तुलना में उत्पादन में 10% की वृद्धि और बिक्री में 16% की वृद्धि दर्ज करते हुए एनएमडीसी अब भारत की पहली खनन कंपनी है जो लौह अयस्क उत्पादन में 45 मिलियन टन को पार कर गई है।
कंपनी का वित्त वर्ष 24 का वित्तीय निष्पादन इसके ऐतिहासिक उत्पादन के अनुरूप रहा । एनएमडीसी ने पिछले वर्ष की इसी अवधि के टर्नओवर रू.17,667 की तुलना में रू.21,294 का टर्नओवर दर्ज किया, जो कि 21% की वृद्धि है।
आंकड़ों के शीर्ष स्थान पर एनएमडीसी (NMDC) का वित्त वर्ष 24 में असाधारण मदों से पहले कर पूर्व लाभ (पीबीटी) 8,294 करोड़ है, जो कि वित्त वर्ष 23 के रू.6,399 करोड़ पर 30% की वृद्धि है। हालांकि वर्तमान वर्ष में रू.282 करोड़ का असाधारण व्यय हुआ, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1,237 करोड़ (निगरानी समिति तथा एनआईएनएल में निवेश की बिक्री से प्राप्त राशि) की असाधारण आय हुई थी।
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इसके परिणामस्वरूप असाधारण मदों के बाद पीबीटी में मात्र 5% की वृद्धि हुई है । कंपनी का कर पश्चात लाभ (पीएटी) वित्त वर्ष 24 में रू.5,632 करोड़ रहा, जो कि वित्त वर्ष 23 के 5,529 करोड़ पर 2% की वृद्धि है। सार्वजनिक क्षेत्र की नवरत्न कंपनी ने वित्त वर्ष 24 में अपने शेयर धारको को रू.1.50 का दूसरा एवं अंतिम लाभांश घोषित किया, जो कि आगामी वार्षिक आम बैठक में शेयर धारकों के अनुमोदन के अधीन है।
इस वित्त वर्ष के लिए पहले अंतरिम लाभांश 5.75 सहित कुल लाभांश रू.7.25 प्रति शेयर होता है। वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के दौरान एनएमडीसी ने लौह अयस्क का 13.24 मिलियन टन उत्पादन किया और 12.54 मिलियन टन की बिक्री की है। कंपनी ने 6,475 करोड़ का टर्नओवर दर्ज किया, जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 11% अधिक है, कर पूर्व लाभ (पीबीटी) असाधारण मदों के पहले 2,435 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 19% अधिक है।
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वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 1,462 करोड़ का पीएटी रिपोर्ट
हालांकि वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में 30 करोड़ का असाधारण व्यय हुआ, जबकि वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में 1,237 करोड़ की असाधारण आय हुई थी (निगरानी समिति तथा एनआईएनएल में निवेश की बिक्री से प्राप्त राशि), जिसके परिणामस्वरूप असाधारण मदों के पश्चात पीबीटी में 27% की कमी हुई और यह 3,285 करोड़ से घटकर रू.2,405 करोड़ हो गया। कंपनी ने वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 1,462 करोड़ का पीएटी रिपोर्ट किया।
अमिताभ मुखर्जी ने ये कहा…
वर्ष 2023-24 के लेखा परीक्षित वित्तीय परिणामों का अनुमोदन अमिताभ मुखर्जी, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार), एनएमडीसी की अध्यक्षता में 27 मई, 2024 को सम्पन्न कंपनी की निदेशक मंडल की बैठक में किया गया।
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प्रभावशाली प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए अमिताभ मुखर्जी ने कहा कि “45 एमटी का आंकड़ा पार करने की हमारी उपलब्धि भारतीय खनन उद्योग में एक ऐतिहासिक क्षण है। राष्ट्र के विकास को बढ़ावा देने और महत्वपूर्ण उद्योगों को मजबूत करने में हमारी भूमिका को यह उजागर करता है।
आज जब वैश्विक अर्थव्यवस्था आपूर्ति शृंखला में व्यवधान, वस्तुओं की अस्थिर कीमतों और पर्यावरणीय विषयों का सामना कर रही है, एनएमडीसी सुस्थिर कार्यकलापों, प्रौद्योगिक नवाचार और हितधारकों से जुड़ाव के अपने लक्ष्य में दृढ़ संकल्पित होकर शक्ति और सामर्थ्य के प्रतीक के रूप में उभर रहा है।