- एक पेंशनर्स ने लिखा-मेरा अनुभव है कि मेरे जीवन के 35 वर्ष सरकार के गुलाम बन गए और रिटायर होते ही फेंक दिए गए।
सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees Provident Fund Organization (EPFO)), केंद्र सरकार और कर्मचारी पेंशन योजना, ईपीएस 95 हायर पेंशन को लेकर लगातार पेंशनर्स कुछ न कुछ लिख रहे हैं। अपने मन की बात को सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं। मकसद एक ही है कि न्यूनतम पेंशन 1000 रुपए को 7500 रुपए कर दिया जाए। लोकसभा चुनाव से पहले उम्मीद थी कि पेंशनभोगियों का चेहरा खिलेगा, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। इसी बात को लेकर पेंशनर्स अपनी बात और भड़ास जमकर निकाल रहे हैं। वहीं, हायर पेंशन पर दर्द और छलकता जा रहा है।
एक पेंशनर्स ने लिखा-पागलपन है—। देश समाज नहीं—। व्यापारी व्यापार समझता है-जनता का मर्म नहीं समझता। मेरा अनुभव है कि मेरे जीवन के 35 वर्ष सरकार के गुलाम बन गए और रिटायर होते ही फेंक दिए गए।
और आने वाले चुनाव में हमारी मांग के अनुरूप राजनीतिक पार्टियों ने वचन पत्र में भी ईपीएस 95 का कोई जिक्र नहीं किया और मोदी का विजय नगाड़ा बज रहा है…। आपसे अनुरोध है कि जो भी लोग सरकार के समर्थन में हैं, उनके पास UAN नंबर है। ईपीएस 95 पेंशनभोगियों के लिए हक की आवाज उठाते रहें।
ईपीएस 95 हायर पेंशन पर एक पूर्व कार्मिक ने कमेंट किया कि श्रम मंत्रालय का कहना है कि 3.6 लाख संयुक्त विकल्प आवेदनों पर अभी भी नियोक्ताओं द्वारा कार्रवाई की जानी है, जब मुझे मई 2024 की आखिरी तारीख नहीं मिली तो मेरा आवेदन कैसे खारिज हो गया?
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30 से 40 साल तक EPFO में योगदान दिया…
एक पेंशनभोगी अनिल ने लिखा-प्रिय महोदय… यह बहुत दुखद है… सरकार कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है…। हमारी पेंशन क्यों नहीं बढ़ाती..।. सभी वरिष्ठ नागरिकों के साथ इस तरह का उत्पीड़न क्यों… जिन्होंने कड़ी मेहनत की है। 30 से 40 साल तक EPFO में योगदान दिया…। लेकिन क्या रिटर्न…। दोनों के लिए 1000 रुपये…। सच में यह ग्रेट है… किसने निर्णय लिया… हमारे राजनीतिक नेता क्या कर रहे हैं…।
सरकार से मेरी एकमात्र इच्छा
ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन पर रामकृष्ण पिल्लई ने लिखा-सरकार कहती है कि ईपीएस एक “परिभाषित योगदान और परिभाषित पेंशन योजना है, जहां पेंशन फंड का योगदान और स्वास्थ्य पेंशन के लिए एकमात्र मानदंड है”।
मैं यह नहीं कह सकता कि सरकार 100% गलत है। सरकार से मेरी एकमात्र इच्छा बदलते समय के साथ ईपीएस सदस्यों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए योजना को फिर से तैयार करना है। साथ ही, कम पेंशन योग्य सेवा और पेंशन योग्य वेतन वाले पुराने पेंशनभोगी विशेष विचार के पात्र हैं।