- बीएसएल में विक्रेता विकास कार्यक्रम, 2024 सह औद्योगिक प्रदर्शनी का आयोजन।
- लगभग 200 से ज्यादा एमएसएमई उद्यमियों ने तकनीकी सत्र में भाग लिया।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant) ने में विक्रेता विकास कार्यक्रम 2024 सह औद्योगिक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। भारत सरकार, एमएसएमई मंत्रालय के झारखंड राज्य स्थित, एमएसएमई-विकास कार्यालय, रांची के द्वारा बीएसएल के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय विक्रेता विकास (वेंडर डेवलपमेंट) कार्यक्रम हुआ। बीएसएल के एल एंड डी सेंटर में अधिकारी जुटे।
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कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि बीएसएल के निदेशक प्रभारी बीके तिवारी, विशिष्ट अतिथि आई.ई.डी.एस., संयुक्त निदेशक, एमएसएमई-विकास कार्यालय, राँची इंद्रजीत यादव, डिप्टी रीजनल डायरेक्टर, जियाडा मनोज कुमार एवं अन्य उपस्थित बीएसएल के अधिशासी निदेशकों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम में बीएसएल के मुख्य महाप्रबंधक एवं अन्य वरीय अधिकारी तथा सामग्री प्रबंधन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
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बीएसएल के अधिशासी निदेशक (एमएम) सी.आर मिश्रा ने स्वागत भाषण दिया एवं सभी उपस्थित प्रतिभागियों का अभिनंदन किया। मुख्य अतिथि बीएसएल के निदेशक प्रभारी बीके तिवारी ने एमएसएमई इकाइयों के विकास के प्रति बीएसएल की प्रतिबद्धता दोहराते हुए एमएसएमई उद्यमियों को गुणवत्ता, प्रतिस्पर्धात्मक लागत, ट्रस्ट बिल्डिंग एवं आफ्टर सेल सर्विस इत्यादि पहलुओं पर ध्यान देने की सलाह दी।
उन्होंने पब्लिक प्रोक्योरमेंट पॉलिसी (Public Procurement Policy) के तहत एमएसएमई से की गई खरीद का विवरण देते हुए बताया कि बीएसएल ने कुल खरीद के 25 प्रतिशत लक्ष्य से आगे बढ़ते हुए 35-40 प्रतिशत तक की खरीद एमएसएमई से की है।
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उन्होंने कहा कि जेम से सेवाओं की खरीद की प्रक्रिया में लोकल वेंडर के चयन होने से समय एवं खर्च की बचत होती है. इस पृष्ठभूमि में उन्होंने उपस्थित उद्यमियों को जेम प्लेटफॉर्म पर ऑन बोर्डिंग करने का आह्वान किया।
उन्होंने सूक्ष्म एवं लघु उद्यमियों को बीएसएल की तरफ से हर संभव सहयोग करने एवं उनकी समस्याओं का समाधान करने में मदद करने का आश्वासन दिया। निदेशक प्रभारी ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए एमएसएमई-डीएफओ, राँची के प्रति आभार भी प्रकट किया।
आई.ई.डी.एस., संयुक्त निदेशक, एमएसएमई-विकास कार्यालय, राँची इंद्रजीत यादव ने कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रूप-रेखा से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म एवं लघु उद्यमियों को इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के अधिकारियों से सीधे वार्तालाप करने का अवसर मिलेगा, जिससे वे इन विभागों के वेंडर पंजीकरण की प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे और इन विभागों को अपने उत्पाद विक्रय कर सकेंगे।
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उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में इनवॉयसमार्ट के अधिकारियों द्वारा ट्रेड्स (TReDs) के बारे में एवं जेम (GeM) विभाग की ओर से भी प्रस्तुति दी जाएगी तथा क्रेता-विक्रेता मिलन (Buyer-Seller Meet) का भी आयोजन किया जाएगा। जेम विभाग द्वारा पंजीकरण के लिए उद्यमियों को हैंड-होल्डिंग सपोर्ट भी दिया जाएगा।
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मनोज कुमार, डिप्टी रीजनल डायरेक्टर, जियाडा ने कहा कि जियाडा में स्थित एमएसएमई उद्यमों के लिए यह कार्यक्रम एक बेहतरीन मंच है जहां वे पीएसयु की जरूरतों को समझकर अपने प्रोडक्टस की गुणवत्ता को उसके अनुरूप बनाएं। यह कार्यक्रम उन्होंने कहा कि एमएसएमई दो कदम आगे बढ़ाएं क्योंकि हम सब दो सौ कदम आगे बढ़ाकर उन्हें सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
बीएसएल के अधिशासी निदेशक (संकार्य) सीआर महापात्रा ने बताया कि एमएसएमई का देश की अर्थव्यवस्था में 30 से ज्यादा प्रतिशत का योगदान है। उन्होंने उद्यमियों को इस कार्यक्रम का लाभ उठाने एवं समय की मांग के अनुसार अपने प्रोडक्ट का विकास करने का अनुरोध किया। कार्यक्रम के उदघाटन सत्र का संचालन बीएसएल के महाप्रबंधक (एमएम) यूके सिंह ने किया। उद्घाटन सत्र के उपरान्त मुख्य अतिथि द्वारा औद्योगिक प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन किया गया एवं उपस्थित अधिकारियों ने केंद्र सरकार के विभाग,सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों एवं एमएसएमई उद्यमियों के स्टॉलों का भ्रमण किया गया।
प्रथम दिन के तकनीकी सत्र के दौरान बीएसएल एवं नेशनल एससी-एसटी हब, रांची एवं के क्रय विभाग के वरीय अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभागों के क्रय प्रक्रिया, वेंडर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।
इस कार्यक्रम में जेम-गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस के विशेषज्ञ ने रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। इसके अलावा इनवॉयसमार्ट के अधिकारियों द्वारा ट्रेड्स (TReDs) के बारे में प्रस्तुती दी गई।
उक्त कार्यक्रम में 10 सार्वजनिक क्षेत्र एवं सरकारी उपक्रम तथा 60 सूक्ष्म एवं लघु उद्यम इकाईयां अपने उत्पादों का प्रदर्शन स्टॉलों के माध्यम से कर रहे हैं। लगभग 200 से ज्यादा एमएसएमई उद्यमियों ने तकनीकी सत्र में भाग लिया।
वेंडर विकास कार्यक्रम-2024 का सफल आयोजन में कार्यक्रम के समन्वयक गौरव, सहायक निदेशक, एमएसएमई-विकास कार्यालय राँची सुरेंद्र शर्मा, सहायक निदेशक, एमएसएमई-विकास कार्यालय राँची तथा शाखा एमएसएमई-विकास कार्यालय, धनबाद के अधिकारियों श्री दीपक कुमार, सहायक निदेशक एवं सुजीत कुमार, सहायक निदेशक द्वारा सहयोग किया गया।