- ‘सुरक्षा प्रहरी’ टीम ने भिलाई चैप्टर के 16वें गुणवत्ता अवधारणा सम्मेलन (सीसीक्यूसी-2025) में स्वर्ण पुरस्कार भी जीता।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) (SAIL – Rourkela STeel plant) की सिलिकॉन स्टील मिल (एसएसएम) की सेफ्टी सर्किल टीम ‘सुरक्षा प्रहरी’ ने कार्यस्थल सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए अमोनिया क्रैकिंग यूनिट (एसीयू) में महत्वपूर्ण स्थानों पर एक ऑनलाइन अमोनिया डिटेक्शन सिस्टम स्थापित करके एक अभिनव समाधान लागू किया है।
इस पहल ने सुरक्षा मानकों को महत्वपूर्ण रूप से मजबूत किया है और अमोनिया रिसाव की स्थिति में हताहतों के जोखिम को कम किया है।
टीम को एक अधिक मजबूत और सक्रिय सुरक्षा प्रणाली की आवश्यकता का एहसास हुआ। केवल अनुपालन से आगे बढ़कर, टीम ने शीघ्र पहचान, त्वरित अलर्ट और निवारक रखरखाव सुनिश्चित करके समग्र सुरक्षा में सुधार के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया।
‘सुरक्षा प्रहरी’ टीम द्वारा एक व्यापक प्रणाली विश्लेषण किया गया, जिसके परिणामस्वरूप कई प्रमुख उन्नयन हुए। इनमें अनलोडिंग होसेस का स्थिति-आधारित प्रतिस्थापन, आपातकालीन प्रबंधन के लिए आइसोलेशन वाल्वों तक बेहतर पहुँच और फ्लैंज पैकिंग का प्रतिस्थापन शामिल था। इस पहल का मुख्य आकर्षण अमोनिया भंडारण टैंक और क्रैकिंग भट्टियों के पास चार सेंसर-आधारित ऑनलाइन अमोनिया डिटेक्टरों की स्थापना थी।
ये डिटेक्टर तीन-स्तरीय अलार्म स्तरों वाले एचएमआई के माध्यम से नियंत्रण कक्ष में वास्तविक समय में अलर्ट प्रदान करते हैं, जिसमें अमोनिया सांद्रता 25 पीपीएम से अधिक होने पर एक दृश्य लैंप जलता है, 25 पीपीएम पर एक बजर बजता है और 50 पीपीएम और उससे अधिक पर एक निरंतर तेज़ अलार्म बजता है।
ये खबर भी पढ़ें: बोकारो स्टील प्लांट ED Works QC Trophy, 40 टीमों का जलवा
यह प्रणाली सीसीटीवी निगरानी द्वारा भी समर्थित है, जिसमें नियंत्रण कक्ष में लाइव निगरानी होती है, जिससे किसी भी अप्रिय स्थिति पर त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित होती है। स्वच्छ और खतरा-मुक्त वातावरण बनाए रखने के लिए उन्नत हाउसकीपिंग प्रथाओं को भी शुरू किया गया।
ये खबर भी पढ़ें: राउरकेला इस्पात संयंत्र के 7 कर्मचारियों की झोली में आया ये अवॉर्ड
इस सुरक्षा वृद्धि के पीछे की टीम में कनिष्ठ अभियंता एवं टीम लीडर केदार नाथ हुई, कनिष्ठ अभियंता एवं डेपुटी- लीडर, प्रसन्न कुमार स्वाईं, कनिष्ठ अभियंता, सैयद अब्दुल राजिक और कनिष्ठ इंजीनियरिंग एसोसिएट, पायल सरकार शामिल हैं। समूह का मार्गदर्शन सहायक महाप्रबंधक (एसएसएम) डी. शकुंतला रेड्डी द्वारा किया गया, जिन्होंने सुकारक के रूप में कार्य किया।
‘सुरक्षा प्रहरी’ टीम ने सेल, भिलाई इस्पात संयंत्र में आयोजित भिलाई चैप्टर के 16वें गुणवत्ता अवधारणा सम्मेलन (सीसीक्यूसी-2025) में स्वर्ण पुरस्कार भी जीता।
ये खबर भी पढ़ें: भिलाई स्टील प्लांट से जुड़े नए अधिकारियों का BSP Officers Association ने किया वेलकम