SAIL बोनस पर Bokaro Steel Plant में बवाल शुरू, सड़क का आंदोलन जाएगा हड़ताल तक

-आरआईएनएल के मजदूरों को भी वेज रिवीजन का भुगतान एवं पे स्केल को लागू करने की मांग।
-नेताओं ने प्रबंधन को चेतावनी देते हुऐ कहा कि समय रहते बोनस और वेज रिवीजन का बकाया एरियर पर फैसला किया जाए, नहीं तो 14 तारीख को प्लांट गोलंबर पर हल्ला बोल होगा।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल बोनस को लेकर बोकारो स्टील प्लांट के कर्मचारी सड़क पर उतर चुके हैं। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा के चारों घटक ने एडीएम बिल्डिंग पर प्रदर्शन किया। 10 सूत्रीय मांग पत्र प्रबंधन को सौंपा।

पास सेक्शन पर एक आम सभा हुई। 10 सूत्रीय मांग पत्र में 40500 से ज्यादा बोनस का भुगतान करने, 39 माह का एरिया का भुगतान जल्द करने, पर्क्स एरियर का भुगतान अप्रैल 2020 से करने, नाइट शिफ्ट एलाउंस, मकान भाड़ा भत्ता यदि में बढ़ोतरी की मांग की गई।

Vansh Bahadur

ठेका मजदूरों के वेज रिवीजन के साथ-साथ जॉब सिक्योरिटी एवं अन्य सुविधा मुहैया कराने का भी मुद्दा उठाया गया। आरआईएनएल के मजदूरों को भी वेज रिवीजन का भुगतान एवं पे स्केल को लागू करने, ग्रेच्युटी पर से सीलिंग समाप्त करने, वेतन समझौता आंदोलन में भागीदारी के कारण बोकारो स्टील प्लांट से बाहर ट्रांसफर किए गए मजदूरों को अभिलंब वापस करने की वकालत की गई।

Rajat Dikshit

हाउस पर 50% इनकम टैक्स रिबेट मजदूरों को भी देने आवाज उठाई गई। प्रदर्शन के दौरान एक बड़ी बात यह भी कही गई कि जब तक हमारी मांगों पर विचार कर पूरा नहीं किया जाता, तब तक आरएफआईडी गेट पास सिस्टम मंजूर नहीं।

Janta Mazdoor Sangh Bokaro

वक्ताओं ने कहा जब भी मजदूरों को बोनस देने की बात आती है तो सेल प्रबंधन नए-नए हथकंडे अपनाती है, ताकि कम से कम पैसा मजदूरों को मिल सके। सेल प्रबंधन बिल्कुल ही संवेदनहीन हो चुका है।

दो साल गुजरा, पर समझौता न हो सका

सेल के इतिहास में यह पहली बार ऐसा हुआ है कि इस्पात मजदूरों के वेज रिवीजन पर मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग बने हुए 2 साल गुजर गए। परंतु अभी तक एग्रीमेंट नहीं हो सका, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। साथ ही साथ नाइट शिफ्ट एलाउंस के साथ दूसरे अलाउंस पर फैसला अभी तक नहीं हो सका है। प्रबंधन एक तरफा फैसला कर ग्रेच्युटी पर सीलिंग लगती है।

पूरी तरह तानाशाही हुकूमत चलाना चाहती है। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि उत्पादन तथा उत्पादकता में बराबर के हकदार ठेका मजदूर जिनका वेज रिवीजन, गेट पास की सुरक्षा अन्य सुविधाओं पर फैसला नहीं करना चाहती।

ठेकेदारों को लूट की खुली छूट

ठेकेदार को लूट की छूट दे रखी है। दूसरी तरफ अपने अधिकारियों को देने के लिए पीआर के नाम पर खुली छूट दे रखी है। लाखों रुपया खर्च करने में किसी तरह का बोझ नहीं आता है। जबकि मजदूरों को देने के समय घाटा का रोना रोया जाता है।

नेताओं ने प्रबंधन को चेतावनी देते हुऐ कहा कि समय रहते बोनस और वेज रिवीजन का बकाया एरियर पर फैसला किया जाए, नहीं तो 14 तारीख को प्लांट गोलंबर पर हल्ला बोल होगा।

प्रदर्शन में ये रहे मौजूद

प्रदर्शन में मुख्य रूप से इंटक के बीरेंद्र नाथ चौबे, बीएन उपाध्याय, एटक के रामाश्रय प्रसाद सिंह, सतेंद्र कुमार, अबु नसर, सीटू के बीडी प्रसाद, क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ HMS के राजेंद्र सिंह, अरुण कुमार आदि मौजूद रहे।